इस्तांबुल। तुर्की के राष्ट्रपति रज्जप तैयप इर्दोयान की शक्तियों में विस्तार को लेकर हुए जनमत संग्रह के शुरुआती गणना के रझानों के अनुसार प्रस्ताव का समर्थन करने वाले आगे चल रहे हैं। इस जनमत संग्रह के परिणाम से तुर्की का भविष्य तय होगा।
एनटीवी चैनल की खबर के मुताबिक शुरुआती मतगतणना के अनुसार जनमत संग्रह में 63.2 फीसदी लोगों ने ‘हां’ और 36.8 प्रतिशत लोगों ने ‘ना’ कहा।
परिवर्तन को अमल में लाने के लिए 50 प्रतिशत ‘हां’ की आवश्यकता होगी।
राष्ट्रपति की भूमिका में बड़े बदलाव लाने के मकसद से हुए जनमत संग्रह में 5.53 करोड़ तुर्क को अपनी राय जाहिर करने का अधिकार था और अगर लोग इस बात से सहमत दिखे तो तुर्की के संस्थापक मुस्तफा कमाल अतातुर्क और उनके उत्तराधिकारी इस्मत इनोनु के बाद इर्दोगान को तुर्की के किसी भी नेता से अधिक शक्तियां मिल जायेंगी।