नई दिल्ली। सरकार ने बताया कि कच्चे तेल के आयात को घटाने के लिए तेल और गैस उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कें ने साथ ही बताया कि इस वित्त वर्ष में कच्चे तेल का आयात कुल घरेलू खपत का 82 फीसदी रहा है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन् प्रधान ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि वर्ष 2021-22 तक उर्जा आयात को दस फीसदी घटाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि उर्जा जरूरतों को पूरा करने के साथ ही इसके आयात को घटाने के लिए सरकार ने देश में तेल और गैस के उत्खनन एवं उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
प्रधान ने इसके साथ ही इस सवाल के लिखित जवाब में बताया कि चालू वित्त वर्ष में जनवरी तक घरेलू खपत के आधार पर कच्चे तेल का आयात 82 फीसदी था जबकि पिछले वित्त वष्ज्र्ञ में यह 80.9 फीसदी था। लिखित जवाब में बताया गया कि पिछले तीन सालों में आयातित कच्चे तेल पर खर्च होने वाली राशि में वृद्धि का रूख रहा है।
वर्ष 2013-14 में यह 77.6 फीसदी था जो वर्ष 2014-15 में 78.5 फीसदी रहा। उन्होंने बताया कि देश में अधिकतर कच्चे तेल का उत्पादन आंध्र प्रदेश, असम, अरूणाचल प्रदेश, गुजरात , राजस्थान , तमिलनाडु और तटीय इलाकों के पुराने क्षेत्रों से होता है। -(एजेंसी)