इंडोनेशिया के असेह प्रांत में बुधवार तड़के समुद्र की गहराईयों में आए भूकंप के कारण लगभग 97 लोगों की मौत हो गई.
इस प्राकृतिक आपदा में ध्वस्त हो चुकी और क्षतिग्रस्त इमारतों के मलबों में जीवित लोगों की खोज के लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है. असेह प्रांत में सैन्य प्रमुख मेजर जनरल ततांग सुलेमान ने बताया कि भूकंप के केंद्र के सबसे नजदीक स्थित पीडी जाया जिले में 52 लोगों की मौत हुई है.
पड़ोसी बिरेयन जिले में दो अन्य लोगों की मौत हुई है. राष्ट्रीय आपदा राहत एजेंसी ने बताया कि 78 लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं. ग्रामीणों, सैनिकों और पुलिस द्वारा किया जा रहा बचाव अभियान मुख्य रूप से मरुडु पर केंद्रित है. पीडी जाया जिले का यह शहर भूकंप से काफी प्रभावित हुआ है. बचावकर्मी भूकंप के कारण ध्वस्त हुई इमारतों का मलबा हटाने का प्रयास कर रहे हैं. माना जा रहा है कि मलबे के नीचे कई लोग दबे हो सकते हैं.
जिला प्रमुख अय्यूब अब्बास ने बताया कि भूकंप के केंद्र से 18 किमी दूर दक्षिण पश्चिम में स्थित इस जिले में अनेक मस्जिदों समेत बहुत सी इमारतें ध्वस्त हो गई हैं. सड़कों में दरारें आ गई हैं और बिजली के खंबे गिर पड़े हैं.
मलबे में दबे लोगों को खोजने के लिए बचाव अभियान जारी है. मलबे को हटाने के लिए भारी मशीनरी का इस्तेमाल किया जा रहा है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि स्थानीय रहवासी सड़कों पर रहने को मजबूर हैं क्योंकि उनके घर क्षतिग्रस्त हो चुके है तथा उन्हें और झटके आने का डर भी है.
तस्वीरों से पता चल रहा है कि भूकंप के कारण घर और मस्जिदें ढह गई हैं और कारें मलबे के नीचे दबी पड़ी हैं.