पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक शुक्रवार को छह वर्ष बाद जेल से रिहा कर दिए गए। रिहाई के बाद होस्नी के वकील ने बताया कि वे जेल से रिहा होने के बाद मुबारक माडी सैन्स हॉस्पिटल से निकलकर हेलियोपोलिस स्थित अपने घर गए।
होस्नी मुबारक पर आरोप लगा था कि प्रदर्शन के दौरान उन्होंने सेना के साथ मिलकर 200 लोगों की बेरहमी से हत्या करवाई थी। इसी अपराध में उन्हे कोर्ट ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। उनके केस की दो बार सुनवाई हुई और गुरुवार को अपीली कोर्ट का फैसला आया।
बीमारी और बुजुर्ग होने के चलते हुए रिहाः
होस्नी की रिहाई के पीछे सबसे बड़ी वजह उनका बीमार व बुजुर्ग होना रहा। कोर्ट ने 88 वर्षीय मुबारक को बीमारी और बुजुर्ग होने के नाते दरियादिली दिखाते हुए रिहा किया।
लम्बे समय तक रहे लाइफ सपोर्ट परः
2012 में होस्नी मुबारक को जेल में ही दिल का दौरा पड़ा था। इस दौरे के बाद उनकी हालत काफी नाजुक थी। लम्बे समय तक उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया। होस्नी का इलाज मिलिट्री हॉस्पिटल होता रहा।