बीजिंग। चीन के एक शीर्ष सुरक्षा अधिकारी को आज इंटरपोल का प्रमुख चुना गया है। यह दुनिया में चीन के बढ़ते प्रभाव को दिखाता है और इससे चीन में देश की भ्रष्टाचार रोधी कार्रवाई को प्रोत्साहन मिलेगा, तथा वह देश के भगोड़ों को भी पकड़ सकेगा।
जन सुरक्षा के लिए उप मंत्री मेंग होंगवेई को अंतरराष्ट्रीय अपराधविरोधी पुलिस संगठन का प्रमुख चुना गया है। इस तरह वह इस प्रतिष्ठित पद पर पहुंचने वाले प्रथम चीनी बन गए हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के मुताबिक मेंग ने बाली में इंटरपोल की 85वीं महासभा में अपने पूर्वाधिकारी फ्रांस के मिरेल बलेस्त्राजी से यह पदभार ग्रहण किया।
मेंग की नियुक्ति की प्रशंसा करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कां ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह दिखाता है कि चीन और जिम्मेदारियां उठाना चाहता है और दुनिया में कानून लागू करने में सहयोग करेगा।
दुनिया में चीन के प्रभाव को बढ़ाने के साथ-साथ यह कदम राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा शुरू किए गए भ्रष्टाचार-विरोधी अभियान को भी बढ़ावा देगा। इससे बीजिंग को अपने भगोड़ों तथा विदेशोंं में रह रहे संदिग्धों को खोजने में मदद मिलेगी।
चिनफिंग द्वारा शुरू किए गए इस अभियान के तहत अभी तक दस लाख से ज्यादा अधिकारियों को सजा दी गई है। चीनी पुलिस कम से कम 61 देशों से 400 से ज्यादा भगोड़ों को वापस लेकर आई है। राष्ट्रपति के इस अभियान को ‘फॉक्स हंट’ कहा जा रहा है।
इंटरपोल प्रमुख ने इसकी कार्यकारी समिति की अध्यक्षता की और महासभा द्वारा चार साल के लिए महासचिव चुने गए।
मेंग ने अपने भाषण में इंटरपोल के सभी सदस्य देशों के साथ मिल कर काम करने का वादा किया ताकि इस अंतरराष्ट्रीय संगठन को वैश्विक पुलिस सहयोग के लिए एक मजबूत मंच बनाया जा सके।
इंटरपोल का गठन 1914 में हुआ था। इसका मुख्यालय लियान में है। 190 सदस्य देशों वाले संयुक्त राष्ट्र के बाद इंटरपोल दूसरा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय संगठन है।