बीजिंग। विश्व में सर्वाधिक आबादी वाले देश चीन की जनसंख्या वर्ष 2030 तक 1.45 अरब हो जाएगी और इस सदी के अंत तक यहां की आबादी घटकर 1.1 अरब रह जाएगी। इसके साथ ही घटते कार्यशील बल से संबंधित चिंताओं को चीन ने खारिज कर दिया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन आयोग के उप प्रमुख वांग पीएन ने कल यह जानकारी दी। इस जनसांख्यकी संकट के कारण वृद्धजनों की बढ़ती आबादी से संबंधित चिंताओं को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, चीन में जनसंख्या में कमी नहीं है, कुछ दशकों में तो नहीं, बल्कि 100 वर्षोंं में भी नहीं।
ग्लोबल टाइम्स में वांग के हवाले से कहा गया कि चीन में 15 से 64 वर्ष आयुवर्ग की कार्यशील आबादी एक अरब से थोड़ा अधिक है और यह कुल जनसंख्या का 73 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि कार्यशील जनसंख्या वर्ष 2020 तक घटकर 98.5 करोड़ रह जाएगी और वर्ष 2050 तक 80 करोड़ हो जाएगी
वांग ने कहा कि कार्यशील लोगों की संख्या में कमी उन्नत तकनीक के जरिए पूरी होगी। उन्होंने कहा, हालांकि अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित देशों में कुल कार्यशील आबादी लगभग 73 करोड़ है, जो हमारे यहां की एक अरब की कार्यशील आबादी से कम है फिर भी उनके यहां की उत्पादन दर कहीं अधिक है।
चीन ने तेजी से उम्रदराज हो रही आबादी की चिंताओं के बीच अपनी दशकों पुरानी ‘एक बच्चे की नीति’ में छूट दी है। यहां कि उम्रदराज आबादी पहले ही 22 करोड़ तक पहुंंच गई है और आने वाले वर्षों में इसके तेजी से बढऩे के आसार हैं।