काठमांडू। बचावकर्ता पिछले साल माउंट एवरेस्ट में जान गंवाने वाले दो भारतीय पर्वतारोहियों के शव आधार शिविर संख्या दो पर ले आए जहां से उन्हें हवाई मार्ग से काठमांडू जाया जा सकता है।
पिछले हफ्ते एक और भारतीय की वहां मौत हो गई। बचावकर्ता उसका शव हासिल करने के लिए अभियान चला रहे हैं और इसी के तहत ये दो शव नीचे लाए गए।
नेपाली बचावकर्ताओं की टीम को बैलकनी में गौतम घोष और परेश नाथ के शव मिले। बैलकनी वह जगह है जहां 8,848 मीटर ऊंचे पर्वत की दक्षिणी चोटी पर पहुंचने से ठीक पहले पर्वतारोही आखिरी बार विश्राम करते हैं।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि दोनों की मौत पिछले साल हुई लेकिन खराब मौसम के कारण उनके शव नीचे नहीं लाए जा सके।
विभाग के सूचना अधिकारी दुर्गा दत्ता धकल ने कहा कि दोनों शव अब शिविर संख्या दो पर लाए गए हैं और उन्हेंं जल्द ही हवाई मार्ग से काठमांडू ले जाया जाएगा।
दोनों के शव 8,000 मीटर की ऊंचाई से उपर पाए गए जहां से ‘‘मौत का क्षेत्र’’ शुरू हो जाता है।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले हफ्ते दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढऩे के बाद जान गंवाने वाले 27 साल के रवि कुमार का शव बरामद करने की कोशिश की जा रही है। उसका शव सोमवार को देखा गया था।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के रहने वाले रवि की करीब 8,000 मीटर की ऊंचाई पर एक दरार में गिरने के बाद मौत हो गई थी।