मेलबोर्न। न्यूजीलैंड एक भारतीय ईसाई धर्म प्रचारक को वापस भेेजेगा जिन्होंने भारत में ‘‘हिन्दू चरमपंथियों’’ से अपनी जान को खतरा होने का दावा कर शरण मांगी थी। न्यूजीलैंड पहले ही दो बार धर्म प्रचारक की शरण मांगने संबंधी याचिका को खारिज कर चुका है।
मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार ईसाई धर्म प्रचारक को न्यूजीलैंड में वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी रहने पर 2012 में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उनकी पहचान सिर्फ बीडी के रूप में हुई है।
वह वापस भेजे जाने के फैसले को 2015 से ही मानवीय आधार पर चुनौती देते रहे हैं।
मीडिया की खबर के अनुसार ईसाई धर्म प्रचारक को उनके इस दावे के बाद भी वापस भेजा जाएगा कि भारत में उनकी जान को खतरा है।
इस बीच ऑकलैंड में भारतीय समुदाय के हिंदू और ईसाई नेताओं ने आरोप लगाया कि बीडी का धार्मिक दावा देश में रहने के लिए निराधार बहाना है।