संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र की हाल ही में जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि सीरिया में पिछले वर्ष अलेप्पो में संघर्ष के दौरान आम नागरिक युद्धापराध के शिकार हुए थे और इसमें सभी पक्ष शामिल थे। कल जारी की गई इस रिपोर्ट में सीरिया में संघर्ष के दौरान सभी पक्षों द्वारा अपनाई गई क्रूर रणनीति के प्रमाण प्रस्तुत किए गये हैं।
ये पक्ष जुलाई और दिसंबर 2016 के बीच शहर के लिए निर्णायक लड़ाई में शामिल थे जिसके परिणामस्वरूप सीरियाई पुरषों, महिलाओं और बच्चों को असहनीय पीड़ा उठानी पड़ी। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद द्वारा गठित तीन सदस्यीय इंडेपेंडेंट इंटरनेशनल कमीशन ऑफ इन्क्वाइरी ऑन सीरिया के अध्यक्ष पाउलो फिनहेरो ने कहा कि हमारी रिपोर्ट में शामिल हिंसा की खबरों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाये जाने के परिणामस्वरूप सैंकड़ों बच्चों सहित कई जिंदगियां समाप्त हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक गत वर्ष पूर्वी अलेप्पो में सरकार समर्थित बलों द्वारा अपनाई गई घेराबंदी जैसी रणनीति की वजह से वहां के नगारिक बिना पर्याप्त भोजन और चिकित्सा आपूर्ति के फंस गए थे।
उसी समय जुलाई और दिसंबर के बीच सीरियाई और रूसी सेना ने प्रतिदिन हवाई हमले भी किए जिसमें सैकड़ों लोग मारे गये और कई अस्पताल, स्कूल और बाजार मलबे में बदल गए। रिपोर्ट में बताया गया कि सीरियाई बलों अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत प्रतिबंधित एक रासायनिक पदार्थ क्लोरीन बम का आवासीय क्षेत्रों में इस्तेमाल किया था।