तोक्यो। इस महीने के आखिर में अमेरिका में नौसेना के बेड़े ‘पर्ल हार्बर’ के दौरे पर जाने के दौरान जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे पर्ल हार्बर पर जापान के हमले की घटना के लिए कोई माफी नहीं मांगेंगे। जापान की सरकार के प्रवक्ता ने आज इसकी जानकारी दी। मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने बताया कि उनकी इस आगामी यात्रा का उद्देश्य युद्ध में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देना है ना कि माफी की पेशकश करना।
अबे ने कल घोषणा की थी कि हवाई में वह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से शिखर सम्मेलन में मिलेंगे और पर्ल हार्बर का दौरा करेंगे। जापान के हमले वाले स्थल का दौरा करने वाले वह ऐसे पहले जापानी नेता होंगे। इसी हमले ने अमेरिका को द्वितीय विश्वयुद्ध में धकेला था।
निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने छह माह पहले अमेरिकी परमाणु बम हमले का निशाना बने जापान के शहर हिरोशिमा की यात्रा की थी और हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी थी। इसके बाद जापान के प्रधानमंत्री की यह अप्रत्याशित घोषणा हमले की 75वीं बरसी से दो दिन पहले हुई है।
द्वितीय विश्वयुद्ध के अंत में अमेरिका ने जापान के इसी शहर पर परमाणु बम हमला किया था। अबे ने कहा, हमें निश्चित रूप से युद्ध की त्रासदी को दोहराना नहीं चाहिए। मैं इसी प्रतिबद्धता को दर्शाना चाहता हूं और उसी वक्त मैं जापान और अमेरिका के बीच सुलह का संदेश देना चाहता हूं। व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि ओबामा और अबे 27 दिसंबर को पर्ल हार्बर स्थित यूएसएस एरिजोना मेमोरियल जाएंगे।