वाशिंगटन। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने के बाद पहली बार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ लड़ाई में कठोर कदम उठाने पर चर्चा के लिए विश्व भर के अमेरिकी सैन्य सहयोगी 68 देशों के विदेश मंत्रियों की बुधवार को यहां एक बैठक हो रही है। बैठक की अध्यक्षता अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन करेंगे।
ट्रम्प ने इस खूंखार आतंकवादी संगठन के खिलाफ लड़ाई को पहली प्राथमिकता दी है और जनवरी में रक्षा मंत्रालय एवं अन्य एजेंसियों को आईएस को चारों खाने चित करने के लिए विस्तृत योजना बनाने का निर्देश दिया था। अमेरिका, तुर्की एवं रूस समर्थित विभिन्न बलों के सहयोग से आतंकवादी संगठन आईएस इराक और सीरिया में कमजोर पड़ा है।
इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी ने कल यहां ट्रम्प से मुलाकात के बाद कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने आईएस के खिलाफ लड़ाई में और सहयोग करने का आश्वासन दिया है। दोनों नेताओं की बैठक के बाद व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी करके कहा कि ट्रम्प और अबादी इस बात पर सहमत हुए हैं कि आईएस को केवल सैन्य बल से नहीं हराया जा सकता।
दोनों नेताओं ने वाणिज्यिक सहयोग को और मजबूत करने की जरूरत पर बल दिया। इसके अलावा देनों नेताओं ने लीबिया और अन्य क्षेत्रों में आईएस के हमलों को रोकने के उपायों और मोसुल को दुबारा बसाने में मदद समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की थी।