कराची। पाकिस्तान के कराची शहर में एक पैसेंजर ट्रेन ने खड़ी रेलगाड़ी में टक्कर मार दी जिससे कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य जख्मी हो गए। पिछले दो महीने में देश में यह दूसरी बड़ी रेल दुर्घटना है।
दुर्घटना लांधी इलाके के गद्दाफी शहर में सुबह सात बजकर 18 मिनट पर हुई जब जकारिया एक्सप्रेस ने फरीद एक्सप्रेस में टक्कर मार दी। फरीद एक्सप्रेस सिग्नल के इंतजार में कराची के जुमा गोठ रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी।
सिंध के मुख्यमंत्री के सलाहकार सईद गनी ने मीडिया को बताया, ‘‘यह सब इसलिए हुआ कि रेलवे अधिकारियों ने मुल्तान से आ रही जकारिया एक्सप्रेस को गलत सिग्नल दे दिया।’’
गनी ने कहा कि रेल अधिकारी पुष्टि करने का प्रयास कर रहे हैं कि दोनों रेलगाडिय़ों में कितने यात्री थे लेकिन कहा कि यह संख्या करीब एक हजार हो सकती है।
टक्कर में फरीद एक्सप्रेस की दो बोगियां और जकारिया एक्सप्रेस की एक बोगी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। टीवी फुटेज में क्षतिग्रस्त और पलटी हुई बोगियों को दिखाया गया और स्थानीय मीडिया ने खबर दी कि बचावकर्मी मलबे से लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं।
मलबे को साफ करने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
रेलवे के वरिष्ठ अधीक्षक जहांदाद ने बताया, ‘‘क्षतिग्रस्त बोगियों को इलेक्ट्रिक कटर से काटा जा रहा है।’’
दुर्घटना होने से यातायात जाम हो गया और सडक़ों पर जख्मी लोगों को ले जा रहे एंबुलेंस फंस गए। कराची की सभी रेलगाडिय़ां राहत काम पूरा होने तक स्थगित कर दी गई हैं।
जहांदाद ने कहा, ‘‘रेल की पटरी साफ करने में कुछ वक्त लगेगा क्योंकि यह बड़ी टक्कर थी।’’
फरीद एक्सप्रेस लाहौर से कराची आ रही थी जबकि जकारिया एक्सप्रेस मुल्तान से रवाना हुई थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जकारिया एक्सप्रेस ने फरीद एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी जिससे तीन बोगियां पलट गईं और दोनों रेलगाडिय़ां क्षतिग्रस्त हो गईं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मरने वालों की संख्या करीब 21 है।
जिन्ना अस्पताल में आपातकालीन विभाग की प्रमुख डॉ. सिमी जमाली ने कहा कि कम से कम 50 घायलों को अस्पताल में लाया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जख्मी लोगों में कई के सिर में चोट लगी है और कुछ की स्थिति गंभीर है।’’
दुर्घटना में लोगों के मारे जाने पर राष्ट्रपति ममनून हुसैन और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने दुख जताया है।
शरीफ ने दुर्घटना की तुरंत जांच के आदेश दिए और अधिकारियों को निर्देश दिया कि जख्मी लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाए।
रेल मंत्री ख्वाजा साद रफीक ने मृतकों के लिए दस लाख रूपए का मुआवजा और जख्मी लोगों के लिए पांच लाख रूपए मुआवजा राशि की घोषणा की। उन्होंने ट्वीट किया कि दुर्घटना के दोषी लोगों का पता लगाने के लिए ‘‘स्वतंत्र जांच’’ कराई जाएगी।
पंजाब प्रांत के मुल्तान में सितम्बर में कराची जाने वाली पैसेंजर ट्रेन ने एक खड़ी मालगाड़ी में टक्कर मार दी थी जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी और 150 से ज्यादा जख्मी हो गए थे।