वाशिंगटन। गांजा पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि गांजा पीने से मस्तिष्काघात और दिल के दौरे पडऩे का खतरा बढ़ जाता है। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि इससे पहले गांजा पर किए गए अध्ययन फेफड़े संबंधी बीमारियों और मनोवैज्ञानिक जटिलताओं को ध्यान में रखकर किया गया था। यह नया अध्ययन उस मुट्ठी भर अध्ययनों में से एक है जो हृदयधमनी परिणामों पर किया गया है।
अमेरिका में आइंस्टीन मेडिकल सेंटर के कार्डियोलॉजी की फेलो अदिति कल्ला ने कहा, सभी अन्य दवाइओं की तरह चाहे उसका नुस्खा दिया गया हो, या नहीं। हम उसका प्रभाव और दुष्प्रभाव जानना चाहते हैं। कल्ला ने कहा कि चिकित्सकों के लिए यह प्रभाव जानना जरूरी है ताकि वह अपने मरीजों को इस बारे में अच्छी तरह बता सकें।
आने वाले समय में अमेरिका के आधे से ज्यादा राज्यों में गांजे का चिकित्सा और मौजमस्ती के लिए उपयोग कानूनी होने की उम्मीद है। यह अनुसंधान हृदयधमनी पर गांजे के प्रभाव पर एक नया प्रकाश डालता है। इस शोध में अमेरिका के 1,000 अस्पतालों में भर्ती मरीजों का स्वास्थ्य रिकॉर्ड शामिल है जो कि अमेरिका के कुल मेडिकल सेंटर का 20 फीसदी है।
शोधकर्ताओं ने 18-55 साल के युवा और मध्यम आयु वर्ग के मरीजों के रिकॉर्ड निकाले जिन्हें 2009 और 2010 के बीच अस्पताल से छुट्टी दी गई थी। उस समय अमेरिका के ज्यादातर राज्यों में गांजा का उपयोग गैरकानूनी था। गांजा का उपयोग दो करोड़ से ज्यादा स्वास्थ्य रिकॉर्ड में पाया गया था।