जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मेडिकल फिजिक्स न केवल कैंसर के निदान के लिए बल्कि चिकित्सा क्षेत्र में उपयोगी है।
राठोड ने आज यहां इंटरनेशनल डे फार मेडिकल फिजिक्स पर सवाई मानसिहं (एसएमएस) मेडिकल कालेज के रेडियोलॉजिकल फिजिक्स के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ करते हुये कहा कि मेडिकल फिजिक्स साईंटिस्ट बीमारियों के निदान में रेडियो एक्टिव के उपयोग के साथ ही कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व में प्रतिवर्ष लगभग 400 करोड़ से अधिक एक्स-रे होते हैं। साथ ही 60 लाख से अधिक कैंसर मरीजों एवं 80 लाख से अधिक अन्य मरीजों का उपचार रेडियेशन द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने इस वर्ष आईडीएमपी की थीम ''एजुकेशन इन मेडिकल फिजिक्स- दी की टू सक्सेस" को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए वर्ष पर्यन्त मेडिकल फिजिक्स की शिक्षा पर विशेष महत्व देने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने कहा कि एसएमएस हास्पिटल का मेडिकल फिजिक्स डिपार्टमेंट कैंसर के उपचार में योगदान देने के साथ ही मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।
राठौड़ ने कहा कि जागरूकता की कमी के कारण कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को प्रारंभिक दौर पर नहीं पहचान पाते और अब यह मौत का सबसे बड़ा कारण बन गयी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कैंसर रोगियों की अनुमानित संख्या लगभग ढाई लाख है। प्रतिवर्ष लगभग 90 हजार व्यक्ति कैंसर से पीडि़त होते हैं एवं लगभग 40 हजार लोग इसके शिकार होते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह एवं पक्षाघात बचाव एवं नियंत्रण कार्यक्रम 24 जिलों में संचालित हैं एवं वर्ष 2017 तक इसे सम्पूर्ण राज्य में संचालित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि एसएमएस में बोनमेरो ट्रांसप्लांट, हैप्लोआईडेंटीकल ट्रांसप्लांट शुरू हो चुके हैं। विश्व की नवीनतम तकनीक सिंगल फ्रेक्शन आईजीआरटी भी कैंसर सेंटर में शीघ्र शुरू की जायेगी। उन्होंने बताया कि आगामी 13 दिसम्बर को जयपुर में विश्व स्तर का कैन्सर सेन्टर का शिलान्यास किया जायेगा।