आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो हंसना सीखें। फिर न तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत पड़ेगी और न ही जिन्दगी बोझ लगेगी। आज सब लोग अपने सपनों को पूरा करने में इस कदर व्यस्त हैं कि उनके चेहरे से हंसी गायब हो गई है। भौतिकता के इस वर्तमान युग में इसका सबसे अधिक प्रतिकूल असर बच्चों पर पड़ा है।
कामकाजी लोगों के पास न तो अपने बूढ़े मां-बाप के लिए वक्त है और न ही वे बच्चों को समय दे पाते हैं। आज विश्व हास्य दिवस है। आइए, आज संकल्प लें कि न केवल हम खुलकर हंसेंगे बल्कि दूसरों को भी हंसाकर स्वस्थ रहने का मंत्र देंगे रांची में गाहे-बगाहे हास्य कवि सम्मेलनों का आयोजन होते रहता है। इसमें लोगों को हंसी-ठिठोली का मौका मिलता है।
विधानसभा के स्थापना दिवस, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड मेला, 26 जनवरी को कला संस्कृति विभाग, दूरदर्शन एवं रेडियो के स्थापना दिवस के अलावा होली की पूर्व संध्या पर हरियाणा संघ द्वारा हास्य कवि सम्मेलनों का आयोजन किया जाता है। इनके अलावा कई संस्था होली के पहले हास्य कवि सम्मेलन आयोजित करने लगी हैं।
देश के कई शहरों में खुल गए लाफ्टर क्लबए देश के कई शहरों में हंसी के क्लब (लाफ्टर क्लब) खुल गए हैं। यहां लोग रोजमर्रे का काम शुरू करने से पहले या काम से निजात पाने के बाद एकत्रित होकर एक-दूसरे से खुशियां बांटने का काम करते हैं। रांची में इसकी कमी है। मोरहाबादी मैदान में जरूर कुछ लोग सुबह एकत्रित होकर ठहाके लगाते हैं।
हर मर्ज की दवा है हंसी
रिम्स के मनोचिकित्सक डॉ अशोक कुमार की मानें तो हर बीमारी का इलाज है हंसी। सुबह उठकर हंसने से हमारे मस्तिष्क का व्यायाम होता है। इससे मानसिक संतुलन बना रहता है और दिनभर मन प्रसन्न रहता है। हमेशा हंसते रहने वाला व्यक्ति तनाव में जीने वाले व्यक्ति की तुलना में अधिक स्वस्थ्य होता है।
हृदय रोग, रक्तचाप और शुगर की बीमारी तनाव से ही उत्पन्न होती है। हंसी से टेंशन और डिप्रेशन दूर होता है। खूबसूरत चेहरा पाने के लिए हंसी रूपी व्यायाम जरूरी है। इसके साथ ही इससे सकारात्मकता का संचार होता है और यह आत्मविश्वास को भी बढ़ाने का काम करता है।