वायरल एक तरह का मौसमी बुखार होता है जो मौसम में बदलाव होने की वजह से होता है। वायरल का फीवर हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है जिसकी वजह से शरीर में इं$फेक्शन बहुत तेजी से बढ़ता है। वायरल के संक्रमण बहुत तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुंच जाता है।
वायरल फीवर के मुख्य लक्षण
वायरल होने से वाले शरीर में कुछ इस तरह के लक्षण दिखते हैं जैसे, गले में दर्द, खांसी, सिर दर्द थकान, जोड़ों में दर्द के साथ ही उल्टी और दस्त होना, आंखों का लाल होना और माथे का बहुत तेज गर्म होना आदि। बड़ों के साथ यह वायरल फीवर बच्चों में भी तेजी से फैलता है।
उपचार के घरेलू उपाय
हल्दी और सौंठ का पाउडर - अदरक में एंटी आक्सिडेंट गुण बुखार को ठीक करते हैं. एक चम्मच काली मिर्च का चूर्ण, एक छोटी चम्मच हल्दी का चूर्ण और एक चम्मच सौंठ यानी अदरक के पाउडर को एक कप पानी और हल्की सी चीनी डालकर गर्म कर लें। जब यह पानी उबलने के बाद आधा रह जाए तो इसे ठंडा करके पिएं। इससे वायरल फीवर से आराम मिलता है।
तुलसी का इस्तेमाल - तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जिससे शरीर के अंदर के वायरस खत्म होते हैं। एक चम्मच लौंग के चूर्ण और दस से पंद्रह तुलसी के ताजे पत्तों को एक लीटर पानी में डालकर इतना उबालें जब तक यह सूखकर आधा न रह जाए। इसके बाद इसे छानें और ठंडा करके हर एक घंटे में पिएं। आपको वायरल से जल्द ही आराम मिलेगा।
धनिये की चाय - धनिया सेहत का धनी होता है इसलिए यह वायरल बुखार जैसे कई रोगों को खत्म करता है। वायरल के बुखार को खत्म करने के लिए धनिया चाय बहुत ही असरदार औषधि का काम करती है।
मेथी का पानी - आपके किचन में मेथी तो होती ही है। मेथी के दानों को एक कप में भरकर इसे रात भर के लिए भिगों लें और सुबह के समय इसे छानकर हर एक घंटे में पिएं। जल्द ही आराम मिलेगा।
नींबू और शहद - नींबू का रस और शहद भी वायरल फीवर के असर को कम करते हैं। आप शहद और नींबू का रस का सेवन भी कर सकते हैं।