गर्भ-निरोधक गोलियों से स्ट्रोक के खतरे में वृद्धि हुई है। इन गोलियों से रक्त का थक्का बन जाता है, जिससे दिमाग की रक्त वाहिनियों में अवरोध आ जाता है, यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है।
जो महिलाएं गर्भ-निरोधक गोलियां लेती हैं, उनमें स्ट्रोक होने का खतरा ज्यादा होता है। यह खतरा महिला के गर्भधारण करने के दौरान और बढ़ जाता है, ज्यादा रक्तचाप बढऩे से यह दिल पर दबाव डालता है। माइग्रेन भी महिलाओं में तिगुने से ज्यादा स्ट्रोक को बढ़ा सकता है।
क्या है स्ट्रोक
स्ट्रोक एक गंभीर चिकित्सकीय आपात स्थिति है, जिससे अकाल मृत्यु और विकलांगता हो जाती है। यह दिमाग में खून के प्रवाह के एक क्षेत्र में बंद होने से होता है, इसमें मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीजन नहीं मिलती और वह मरने लगती हैं।
स्ट्रोक तब होता है, जब दिमाग के एक हिस्से में रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है। इससे दिमाग की इस इलाके की कोशिकाएं मरना शुरू हो जाती हैं। ऐसा उन्हें ऑक्सीजन और कार्य के लिए दूसरे जरूरी पोषक पदार्थ नहीं मिलने से होता है।