परजीवी सूक्ष्म-जीव होते हैं जो प्राणी के शरीर पर निवास करते हैं। कुछ परजीवी हानिरहित होते हैं जबकि कुछ परजीवी बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं। जो परजीवी व्यक्ति के शरीर को नुकसान पहुँचाते हैं वो सालों-साल तक मनुष्य के शरीर में रहते हैं और उनके बारे में बिना जांच के पता भी नहीं चल पाता है। वे धीमे $जहर की तरह काम करते रहते हैं और शरीर को अंदर ही अंदर खोखला बना देते हैं।
परजीवियों के शरीर में रहने से कई समस्याएं होती हैं जिन्हें बेहद सामान्य समझकर उन पर ध्यान नहीं दिया जाता है। ये परजीवी, शरीर की कोशिकाओं और ऊतकों को खाते रहते हैं और बाद में यही संक्रमण कहलाता है। ऐसा मिथक है कि परजीवी सिर्फ उन्ही लोगों के शरीर में होते हैं जो गंदगी में रहते हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं हैं, ये एक शरीर से दूसरे शरीर में संक्रमण फैला देते हैं और एक ही समय में कई लोग इन परजीवियों की चपेट में आ जाते हैं।
हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, खाने की खराब आदतों के कारण परजीवी सबसे ज्यादा शरीर को प्रभावित करते हैं।
1. गैस और सूजन : शरीर में पैरासाइट होने का सबसे बड़ा लक्षण होता है - पेट में गैस बनना और सूजन आ जाना। परजीवी, पेट में मौजूद पोषक तत्वों को खा जाते हैं और मरोढ़ पैदा करते हैं। इस प्रकार, पाचन क्रिया में भी गड़बड़ी आ जाती है।
2. अनिद्रा : पैरासाइट यानि परजीवी, तंत्रिका तंत्र पर बुरा असर डालते हैं जिससे नींद में खलल पैदा होता है और सारै दैनिक कार्य बेकार हो जाते हैं। अगर किसी व्यक्ति को नींद सही से नहीं आती है तो उसका सबसे बड़ा कारण शरीर में किसी प्रकार के हानिकारक परजीवी का मौजूद होना भी हो सकता है।
3. कब्ज या डायरिया : पैरासाइट के शरीर में मौजूद होने पर आंत पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ता है जिससे कब्ज हो जाता है और डायरिया की समस्या हो जाती है।
4. त्वचा सम्बंधी रोग : पैरासाइट के शरीर में होने पर त्वचा सम्बंधी रोग भी हो सकते हैं। चकत्ते, पित्ती, स$फेद दाग आदि रोग परजीवी के कारण ही होते हैं।
5. दांत पीसना : पेट में कीडे होने पर दांत पीसने की समस्या नींद की अवस्था के अक्सर छोटे बच्चों में देखने को मिलती है। ऐसे में बच्चे की दांती बजने लगती है और उसका विकास रूक जाता है। इसके पीछे का कारण शरीर में मौजूद परजीवी होते हैं।
6. शरीर में दर्द : परजीवी कोई स्थिर जीव नहीं होते हैं वो एक स्थान से दूसरे स्थान पर आ-जा सकते हैं। उनके कारण शरीर में अलग-अलग स्थान पर दर्द भी हो सकता है।
7. थकान : बहुत ज्यादा थकान शरीर में हर समय बनी रहना, अच्छा लक्षण नहीं है। परजीवी शरीर से ही खुद के भरण-पोषण का इंतजाम करते हैं और शरीर के विटामिन, प्रोटीन व मिनरल ले लेते हैं।
इससे शरीर की ऊ$र्जा का नाश होता है और व्यक्ति को बेहद थकान हो जाती है। अगर आपको निम्न में से कोई भी लक्षण लम्बे समय से महसूस हो रहा है तो कृपया डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।