मुंबई। अजान मामले पर बढ़े बवाल और फतवा जारी होने के बाद जाने-माने गायक सोनू निगम ने बुधवार को अपना सिर मुंडवा लिया है। सोनू ने फतवा जारी करने वाले मौलवी को करारा जवाब देते हुए उन से सिर मुंडवाने की एवज में दस लाख रुपए की मांग की है।
धार्मिक स्थानों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल से नींद में खलल पडऩे पर दिए गए बयान के बाद कुछ लोगों के निशाने पर आए सोनू निगम ने कहा कि छोटी सी बात का बतंगड़ बना दिया गया। उन्होंने कहा कि आज जब कई लोग मुझे मुस्लिम विरोधी बता रहे हैं तो यह उनकी दिक्कत नहीं है। यह उन लोगों की सोच की समस्या है, क्योंकि उनके सबसे नजदीक जो लोग हैं, वे सभी मुस्लिम हैं।
सोनू निगम ने कहा कि एक ऐसे व्यक्ति पर इस तरह के आरोप लगाना जो मोहम्मद रफी को अपना पिता मानता हो, बिल्कुल गलत है और यह ऐसे लोगों की सोच की दिक्कत है। उन्होंने सोमवार को कुछ ट्वीट किए थे जिसमें लाउडस्पीकर से की गई अजान से नींद खुलने का जिक्र था। गायक ने कहा कि मैंने जो ट्वीट किए उनको समझा नहीं गया। केवल उस हिस्से को तवज्जो दी गई जिससे यह मुद्दा बने।
सोनू निगम ने कहा कि हम यूरोपीय देशों जैसे बनने की बहुत बातें करते है, लेकिन क्या हम उनके जैसे हैं, हमारी सोच वैसी है। अभिव्यक्ति के अधिकार की बात बहुत की जाती है तो क्या वह अधिकार मुझे नहीं है। मेरे कहने का तात्पर्य इतना था कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर नहीं है। वह मंदिर, मस्जिद या गुरुद्वारा हो।
गायक ने कहा कि मैंने किसी धर्म को लेकर वह बात नहीं कही थी। मैं हर धर्म को मानता हूं। हमें सोचना होगा कि हम कैसा देश बना रहे हैं। जहां कोई भी किसी के लिए फतवा जारी कर देता है।
अल्पसंख्यक यूनाइटेड काउंसिल के उपाध्यक्ष ने जारी किया था फतवा:
गौारतलब है कि पश्चिम बंगाल अल्पसंख्यक यूनाइटेड काउंसिल के उपाध्यक्ष सैयद शाह आतेफ अली कादरी ने सोनू निगम के खिलाफ फतवा जारी किया था। सोनू निगम ने कहा कि फतवे के अनुसार उन्होंने अब अपना सिर मुंडवा लिया है।
कादरी ने अपने फतवे में कहा था कि यदि कोई व्यक्ति सोनू निगम को गंजा कर उसके गले में पुराने जूते का हार डालकर देशभर में घुमाएगा तो उसे 10 लाख रुपए इनाम दूंगा।
सोनू निगम के बाल मुंडवा लेने पर कादरी ने कहा कि मैं 10 लाख रुपए तभी दूंगा जब सोनू निगम मेरे फतवे के अनुसार दो बातों का और पालन करेंगे, वह जूतों की माला पहनकर देशभर में घूमेंगे। सोनू निगम ने वह सब कुछ नहीं किया है जो मैंने कहा था। तीन में से दो बातें अभी भी बाकी हैं।