चेन्नई। रजनीकांत ने जयललिता को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि 1996 में उनकी वजह से ही जयललिता को तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में हार का सामना पड़ा था। रजनीकांत ने कहा कि मैंने चुनाव के दौरान जयललिता की निंदा की थी। इस वजह से जयललिता तनाव में भी थीं। इस सुपरस्टार ने उस वक्त कहा था कि अगर जयललिता को फिर से सत्ता मिलती है तो भगवान भी तमिलनाडु को नहीं बचा सकेगा।
रजनीकांत ने आगे कहा इन तमाम विरोधों के बावजूद जयललिता ने मेरी बेटी की शादी में शिरकत की थी। उन्होंने कहा कि मैंने बहुत हिम्मत जुटाकर जयललिता को अपनी बेटी की शादी के लिए आमंत्रित किया था। मुझे लगा था कि वो शादी में नहीं आएंगी, मगर वो सारी पुरानी बातें भुलकर शादी में शामिल हुई।
जयललिता की शोकसभा में बोलते हुए रजनीकांत ने कहा कि जयललिता की आलोचना करने के बाद उन्हें अपनी बेटी की शादी में बुलाने पर काफी असहज महसूस कर रहा था। जयललिता सब कुछ भुलाकर शादी में शामिल हुईं। अभिनेता ने कहा कि ऐसी गोल्डन हार्ट लेडी का हमारे बीच न होना वाकई अफसोसजनक है। रजनीकांत ने उन्हें कोहिनूर हीरा भी कहा।
5 दिसंबर 2016 को चेन्नई अपोलो अस्पताल में रात 11: 30 बजे उनका निधन हो गया। जयललिता 22 सितंबर से अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं, उन्हें दिल का दौरा पडऩे के बाद आईसीयू में भर्ती कराया गया था। जयललिता को मरीना बीच पर एआईएडीएमके के संस्थापक और जया के मेंटर एमजीआर की समाधि के पास ही दफना दिया गया था। उनकी करीबी शशिकला ने एक ब्राह्मण पुजारी की मदद से अंतिम अनुष्ठानों को पूरा किया और जयललिता को दफना गया।