मुम्बई। बॉलीवुड के म्यूजिक कम्पोजर शंकर महादेवन आज 50 साल के हो गए है। 3 मार्च 1967 को चेम्बूर, मुम्बई में जन्मे शंकर को बचपन से ही संगीत का शौक था, उन्होंने बहुत छोटी सी उम्र से भारतीय संगीत और कर्नाटिक संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। महादेवन महज पांच साल की उम्र से ही वीणा बजाने लगे थे।
आइये जानते है शंकर महादेवन के बारे में-
* महादेवन ने अपनी शुरूआती पढ़ाई चेम्बूर के ओएलपीएस स्कूल से की। उसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री प्राप्त की। वह हिंदी फिल्मों के अलावा तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, मराठी में भी गाते है।
* शंकर ने संगीता से शादी की और उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा सिद्धार्थ महादेवन है जिसने भाग मिल्खा भाग का हिट गाना ‘जिंदा’ गाया और इसी के साथ बॉलीवुड में डेब्यू किया।
* शंकर महादेवन को चार बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुका हैं। तीन बार बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर और बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के लिए अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं।
* महादेवन के करियर की शुरुआत उनकी पहली एल्बम ब्रेथलेस साल 1998 में हुई।
* शंकर ने शंकर महादेवन अकेडमी शुरू की जिसमें वो दुनियाभर में लोगों को ऑनलाइन भारतीय म्यूजिक सिखाते हैं। 2015 में उन्होंने मराठी फिल्म 'कत्यर कलजट घुसली' से अभिनेता के तौर पर डेब्यू किया।
* सुनो गौर से दुनिया वालों, तुझे सब है पता मेरी मां, कजरा-रे, देशी गर्ल, इंडिया वाले, आई लव माई इंडिया जैसे सुपरहिट गानों को आवाज देने वाले शंकर महादेवन बॉलीवुड में एक म्यूजिक कम्पोजर हैं जिसमें तीन लोगों का एक ग्रुप है जिसका नाम शंकर, एहसान, लॉय है ये तीन जब मिलते हैं तो बड़े-बड़े गानों का जन्म होता है।
* दिल चाहता है, कल हो ना हो, मिशन कश्मीर, कभी अलविदा ना कहना, बंटी और बबली, पुकार, बीवी न-1, तारे जमीन, डॉन, माइ नेम इज खान, हाउसफुल जैसी सुपरहिट फिल्मों के लिए म्यूजिक कम्पोज किया।
* दूरदर्शन पर स्कूल चले हम का निर्देशन महादेवन ने किया था। वह जीटीवी म्यूजिकल रियलिटी शो सारे-गा-मा-पा चैलेंज-2009 में जज भी बन चुके हैं।
* इसके अलावा वह स्टार प्लस के शो म्यूजिकल महा मुकाबला में मेंटर, जज बनकर भी आ चुके हैं। इसके साथ ही इस शो में उनकी टीम भी विजयी हुई थी।