जयपुर। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान आज 52 साल को हो गए हैं। आमिर जन्म 14 मार्च 1965 को मुम्बई (महाराष्ट्र) में हुआ। आमिर की पढ़ाई मुंबई में हुई। आमिर खान अपनी हर फिल्म में बहुत मेहनत, कुछ नया करते है और उनकी हर फिल्म से कुछ संदेश मिलता है। इसलिए लिए ही आमिर को बॉलीवुड का मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहा जाता है। बॉलीवुड पर 25 से भी ज्यादा सालों से राज कर रहे आमिर के पास मिस्टर परफेक्शनिस्ट का ताज है।
आइये जानते है आमिर के बारे में कुछ खास बाते-
* आमिर एक्टर बनने से पहले टेनिस प्लेयर थे। उन्होंने स्टेट लेवल पर कई चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया और अंडर 12-14 ग्रुप में चैम्पियन रहे। पिता ताहिर हुसैन ने एक बार इंटरव्यू में कहा था कि आमिर ने नेशनल लेवल पर भी टेनिस खेला है।
* जब आमिर टीनएजर थे, तब उन्होंने FTII (फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) ज्वॉइन करने की इच्छा जाहिर की, जो उस समय शुरू ही हुआ था। उनके पिता ने इजाजत नहीं दी, क्योंकि वे चाहते थे कि आमिर पढ़ाई पर ध्यान दे।
* ताहिर हुसैन के अनुसार, आमिर उनसे बहस करने लगे और बोले- "जिसे डॉक्टर बनना है, वो मेडिकल कॉलेज जाता है। मैं डायरेक्टर बनना चाहता हूं, इसलिए मुझे FTII जाने की इजाजत दें।" आमिर ने इस दौरान कहा कि यह बहुत अच्छा इंस्टीट्यूट है, जिसे सरकार से भी अनुमति मिली हुई है।
* बाद में ताहिर ने आमिर को कहा कि उन्हें FTII जाने की बजाय अपने चाचा नासिर हुसैन को असिस्ट करना चाहिए और डायरेक्शन के गुर सीखने चाहिए।
* पिता की सलाह पर आमिर ने ऐसा ही किया। उन्होंने नासिर के साथ 'मंजिल मंजिल' (1984) और 'जबरदस्त' को असिस्ट किया है।
* बता दें कि इसके पहले आमिर ने आदित्य भट्टाचार्य के साथ शॉर्ट फिल्म 'Paranoia' (1983) को भी असिस्ट किया था।
ऐसे बने आमिर एक्टर-
* आमिर की एक्टिंग का सफर 8 साल की उम्र में शुरू हो गया था, जब उन्होंने नासिर हुसैन की फिल्म 'यादों की बारात' में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया।
* आमिर तब 18 साल के थे, जब एडल्ट रोल में उनकी पहली फिल्म 'सुबह-सुबह' शुरू हुई। हालांकि, FTII की यह डिप्लोमा फिल्म रिलीज नहीं हो सकी। इसी दौरान केतन मेहता ने आमिर को 'होली' के लिए साइन कर लिया।
* 'होली' (1984) में रिलीज हुई थी। इस फिल्म के लिए उन्हें बतौर आमिर हुसैन खान क्रेडिट दिया गया। यह उनका पूरा नाम है।
* 1988 में आमिर अपने कजिन मंसूर खान की डायरेक्टेड फिल्म 'कयामत से कयामत तक' में लीड एक्टर के तौर पर दिखे, जो उनके करियर की पहली सुपरहिट फिल्म रही। इस फिल्म ने उन्हें रातोंरात सुपरस्टार्स की कतार में खड़ा कर दिया।
* खास बात यह है कि इस फिल्म का बजट बहुत कम था। इस वजह से लीड एक्टर होते हुए भी आमिर ने राज जुत्सी के साथ मिलकर बसों और ऑटो पर फिल्म के पोस्टर्स चिपकाए। इतना ही नहीं, आमिर लोगों को खुद बताते थे कि वे इस फिल्म के एक्टर हैं।
* 'कयामत से कयामत तक' के लिए आमिर को फिल्मफेयर का बेस्ट डेब्यू एक्टर के अवॉर्ड से नवाज़ा गया।
आमिर की पर्सनल लाइफ
आमिर की पहली शादी रीना दत्ता से हुई, जिनसे उनके दो बच्चे हैं। बेटे का नाम जुनैद और बेटी का नाम इरा है। रीना दत्ता से तलाक होने के बाद उनकी शादी किरन राव से हुई।
इन फिल्मो ने आमिर को बना दिया मिस्टर परेफक्शनिस्ट
* 'कयामत से कयामत तक' के बाद आमिर की कई फिल्में आईं लेकिन बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं दिखा पाई। इसी बीच आमिर की फिल्म 'जो जीता वो सिकंदर' और माधुरी के साथ फिल्म 'दिल' ने उन्हें रोमांटिक हीरो बना दिया। 1996 में करिश्मा कपूर के साथ आई फिल्म 'राजा हिंदुस्तानी' ने बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी के झंडे गाड़ दिए। सलमान खान के साथ 'अंदाज अपना-अपना' जैसी कॉमेडी फिल्म हो या 'सरफरोश' हर रोल में आमिर फिट बैठने लगे। इसी के साथ वो मिस्टर परेफक्शनिस्ट के नाम से जाने जाने लगे। आमिर ने 'लगान', 'रंग दे बसंती', 'गजनी', 'धूम-3' 'पीके', 'दंगल' जैसी सुपरहिट फिल्में दी।
बतौर एक्टर आमिर की सबसे खास बातों में से एक ये है कि वो फिल्में कम करते हैं लेकिन उनकी एक फिल्म कई फिल्मों के बराबर होती है। फैंस साल भर उनकी फिल्म का इंतजार करते हैं।
अवॉर्ड्स का बहिष्कार
आमिर खान ने अवॉर्ड्स लेने से इनकार कर सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा था। बड़े-बड़े अवॉर्ड्स शो में जाने से इनकार करने वाले आमिर का आज भी यही सिलसिला है। आमिर अवॉर्ड्स शो में नहीं जाते हैं उनका कहना है कि वो अवॉर्ड्स में विश्वास नहीं रखते।