नई दिल्ली। बॉलीवुड के ‘रुस्तम’ यानि अक्षय कुमार को बेस्ट एक्टिंग के लिए नेशनल अवार्ड की घोषणा हुई है। लेकिन इसके लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार ज्यूरी के अध्यक्ष और निर्माता निर्देशक सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार हो रहे हैं। अक्षय कुमार को अवार्ड की घोषणा के बाद बधाईयों से ज्यादा आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। अक्षय को फिल्म रुस्तम और एयरलिफ्ट में अच्छी एक्टिंग के लिए यह अवार्ड दिया गया है।
सोशल मीडिया पर प्रियदर्शन को इस बात को लेकर ट्रोल किया जा रहा है कि अक्षय ने उनके साथ कई फिल्मों में काम किया है। अक्षय और प्रियदर्शन बहुत अच्छे दोस्त भी हैं। इसलिए इस अवार्ड को प्रियदर्शन की महरबानी बताया जा रहा है।
अक्षय कुमार ने प्रियदर्शन के साथ ‘हेरा-फेरी’ गरम मसाला’ ‘भागमभाग’ ‘भूल-भूलैया’ ‘दे-दनादन’ ‘खट्टा-माठा’ जैसी फिल्मों में काम किया है। इस पूरे मामले पर प्रियदर्शन का कहना है कि क्यूं अक्षय कुमार के बेस्ट एक्टर बनने पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
प्रियदर्शन ने ‘पीकू’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले साल जब रमेश सिप्पी इस कमेटी के अध्यक्ष थे तब उनके ही करीबी मित्र अमिताभ बच्चन को ये अवार्ड दिया गया था । तब किसी ने कोई सवाल नहीं उठाया। लेकिन, अब अक्षय कुमार पर यह सवाल उठाया जा रहा है। ऐसे ही प्रियदर्शन ने अजय देवगन को मिले राष्ट्रीय अवार्ड पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब उनको यह अवार्ड मिला था तो प्रकाश झा ज्यूरी हैड थे।
प्रियदर्शन ने पीटीआई से कहा कि अस समय जब कोई सवाल नहीं उठे तो आज ये सवाल क्यूं पूछे जा रहे हैं । फिल्म निर्माता पहले ही ज्यूरी के नियमानुसार उनकी फिल्म ‘रूस्तम’ और ‘एयरलिफ्ट’ में अक्षय के अभिनय की सराहना कर चुके हैं।
अक्षय की दोनो फिल्म ‘रूस्तम’ और ‘एयरलिफ्ट’ के आधार पर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरूस्कार दिया गया है। यह ज्यूरी का निर्णय था। उनकी एक अदाकारी नाटकीय थी तो एक अदाकारी वास्तविकता पर थी ।
लेकिन नियमों के अनुसार केवल एक ही फिल्म को नामित किया जा सकता है। इसलिए रूस्तम को सूची में नामित किया गया । सोशल मीडिया पर आमिर खान को ‘दंगल’ और मनोज वाजपेयी को ‘अलीगढ़’ फिल्म के लिए अवार्ड का पात्र बताया जा रहा है।