नई दिल्ली। जाने-माने हास्य लेखक तारक मेहता का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 88 साल के थे। मेहता के परिवार ने उनके निधन की पुष्टि की। उनकी इच्छा के मुताबिक उनका देह दान शहर स्थित वी एस अस्पताल में कर दिया गया। 26 दिसंबर, 1929 को जन्मे वर्ष 2015 में पद्मश्री से सम्मानित मेहता के निधन पर साहित्य के क्षेत्र में शोक व व्याप्त है।
बता दें कि तारक मेहता का उनके गुजराती मैग्जीन में छपने वाले प्रसिद्ध कॉलम 'दुनिया ने औंधों चश्मा' के लिए जाना जाता था। उनके इसी कॉलम और उनकी किताब पर प्रसिद्ध टीवी सीरियल 'ताकर मेहता का उल्टा चश्मा' बनाया गया है। उन्होंने छह लोकप्रिय गुजराती नाटक भी लिखे।
87 वर्ष के तारक मेहता पिछले तीन-चार महीनों से बीमार चल रहे थे। तारक मेहता गुजराती रंगमंच का एक बड़ा नाम थे। बता दें कि तारक मेहता की 80 किताबें बाजार में आ चुकी हैं। तारक मेहता के निधन में कई बड़ी हस्तियों ने इस पर दुख जताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तारक मेहता के निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, 'सुप्रसिद्ध नाटककार और हास्य लेखक तारक मेहता जी को श्रद्धांजलि। उन्होंने जीवन भर व्यंग्य और कलम का साथ नहीं छोड़ा।'
पीएम मोदी के अलावा मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई नेताओं ने मेहता के निधन पर शोक व्यक्त किया।