एमएफ हुसैन की आज 99वीं जयंती है, वे भारत के पिकासो कहे जाने वाले मशहूर पेंटर है । 17 सितंबर, 1915 को उनका जन्म महाराष्ट्र के पंढरपुर में हुआ था। उन्हें आधुनिक चित्रकला में अपने अनूठे योगदान के लिए जाना जाता था, लेकिन हुसैन अक्सर अपनी पेंटिंग्स को लेकर विवादों में रहे।
हुसैन भारत के चर्चित और सबसे महंगे चित्रकार थे। कई नीलामियों में उनके बहुत से चित्रों ने 20 लाख डॉलर से अधिक तक की कमाई की है। हालांकि, भारतीय देवी-देवताओं की बनाई गई उनकी कुछ पेंटिग्स को अशोभनीय भी माना गया। इसके कारण उन्हें हिंदूवादी संगठनों का काफी विरोध झेलना पड़ा था।
कई बॉलीवुड एक्ट्रेसेस के थे दीवाने
माधुरी दीक्षित की फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ देखने के बाद हुसैन उनके दीवाने हो गए थे। इसी के चलते उन्होंने माधुरी को लेकर एक फिल्म (गजगामिनी, 2000) भी बनाई थी, जो सुपर फ्लॉप रही। माधुरी के अलावा तब्बू, विद्या बालन, अमृता राव और अनुष्का शर्मा जैसी एक्ट्रेसेस के भी हुसैन बड़े फैन थे।
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हिन्दू देवियो के चित्रो पर बवाल
भारतीय देवी-देवताओं पर बनाई, इनकी विवादित पेंटिंग को लेकर भारत के कई हिस्सों में प्रदर्शन भी हुए। भारत माता की विवादित पेंटिंग बनाने पर पत्रकार तेजपाल सिंह धामा एम एफ हुसैन से एक पत्रकार वार्ता के दौरान उलझ बैठे थे, बाद में 2006 में हुसैन ने हिन्दुस्तान छोड़ दिया था और तभी से लंदन में रह रहे थे। 2010 में कतर ने उनके सामने नागरिकता का प्रस्ताव रखा, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। 2008 में भारत माता पर बनाई पेंटिंग्स के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में चल रहे मुकदमे पर न्यायाधीश की एक टिप्पणी से उन्हें गहरा सदमा लगा कि, एक पेंटर को इस उम्र में घर में ही रहना चाहिए और उन्होंने इसके खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय तक में अपील भी की। हालांकि इसे अस्वीकार कर दिया गया था।
लंदन में ली थी आखिरी सांस
विरोध के कारण ही उन्हें 2006 से दुबई में निर्वासित जीवन बिताने पर मजबूर होना पड़ा था। अरब देश कतर ने हुसैन को 2010 में अपनी नागरिकता प्रदान की थी। इस बीच उन्होंने कई बार भारत लौटने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और 9 जून, 2011 को 95 साल की उम्र में लंदन में उनका निधन हो गया।
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उनकी लाइफ से जुड़े कुछ फैक्ट्स
1940 के आसपास अपना करियर शुरू करने वाले हुसैन ने शुरुआती दिनों में फिल्मों के बिलबोर्ड पेंट किए थे।1947 में उन्होंने प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप ज्वाइन किया, जो ऐसे कलाकारों को बढ़ावा देता था जो पारंपरिक चित्रों से हटकर कुछ अलग करना चाहते थे।हुसैन को महिलाओं की पेंटिंग्स बनाना सबसे ज्यादा पसंद था। उनकी घोड़े सीरीज की पेंटिंग्स भी बहुत फेमस हुईं।उन्होंने माधुरी की फिल्म (हम आपके हैं कौन) 73 बार देखी थी।हुसैन को 1991 में पद्म विभूषण, 1973 में पद्म भूषण और 1953 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।