करौली। राजस्थान के करौली के एक गांव की पंचायत के फरमान से परेशान एक व्यक्ति द्वारा कल रात ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या करने से क्षुब्ध ग्रामीणों ने पंचो के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग को लेकर शव उठाने से इंकार किया।
पुलिस के अनुसार बेरखेडा गांव निवासी हरी मोहन ने कल देर रात रेल के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद उसके परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस में पंचो के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराते हुये उसका शव लेने से इंकार कर दिया।
ग्रामीणों के रोष को देखते हुये वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाईश दे रहे है लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अडे हुये है।
पुलिस के अनुसार हरी मोहन का अपने ताऊ नंद किशोर से एक प्लाट को लेकर विवाद था। कुछ दिनों पूर्व उसके ताउ का निधन हो गया और। ताऊ के संतान नही होने के कारण इस प्लाट पर हरीमोहन ने कब्जा कर लिया।
करीब दस दिन पूर्व इस विवाद पर ग्रााम के पंचो ने हरीमोहन को दोषी बताते हुये उस पर 51 हजार रूपये का जुर्माना लगा दिया। राशि नही देने पर पंचों ने उसके परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया। दो दिन पूर्व उसने 11 हजार रुपए एवं कुछ गहने पंचायत को सौंपे लेकिन पंचो ने उसका हुक्का पानी बंद ही रखा। इससे परेशान होकर कल देर शाम उसने जगर नदी के पास से गुजर रही ट्रेन के आगे कूद कर जान दे दी।
हरीमोहन की मौत की सूचना के बाद परिजन और गांववालों ने उसका शव उठाने से इंकार करते हुये पंचायत के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करा दिया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस अधिकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे है।