उत्तर प्रदेश:
लगता है यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने विरोधियों को आलोचना करने के लिए कोई मौका ही नहीं देना चाहते। यही वजह है कि योगी पार्टी के घोषणा पत्र की सभी मांगों को कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा पूरा करना चाहते हैं।
फिलहाल योगी ने अपने सरकार के लिए सौ दिन की कार्ययोजना तैयार की है। जिसमें उन्होंने अपनी सरकार के लिए कुछ महत्वपूर्ण कार्य तय किए हैं। इन्हीं में से एक है मुस्लिम समाज की गरीब लड़कियों की शादी करवाना।
आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार मुसलमानों सहित अल्पसंख्यक समुदाय की गरीब लड़कियों का सामूहिक विवाह आयोजित करने की योजना बनाई है।
प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अल्पसंख्यक समुदाय की गरीब लड़कियों के सामूहिक विवाह आयोजित करने पर सहमति दे दी है और हमने इसे राज्य सरकार के 100 दिवसीय कार्यक्रम में शामिल किया है।
उन्होंने बताया कि प्रस्ताव तैयार है। हर लड़की को 20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता के अलावा सरकार सामूहिक विवाह में होने वाले अन्य खर्च भी वहन करेगी।
रजा ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लिए सामूहिक विवाह करने का विचार खुद मुख्यमंत्री का है। इसमें मुस्लिम समुदाय के अलावा सिख और ईसाई जैसे अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की लडकियां भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि योजना को केन्द्र सरकार की सहायता से चलाया जाएगा। इसके लिए अल्पसंख्यक मामलों का विभाग सद्भावना मंडप बनाएगा।
रजा ने कहा कि पहले इसे पायलट परियोजना के रूप में चलाया जाएगा। परिणाम अच्छे रहे तो सरकार इसे आगे बढ़ाएगी। यह योजना गरीब परिवारों के लिए तैयार की जाएगी।