आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में आज बड़ी चूक देखने को मिली जब एक महिला उनके काफिले के आगे आ गई और कहने लगी वेतन नहीं मिल रहा है दे दूंगी जान।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आजमगढ़ मंडल समीक्षा के दौरान नेहरूहाल से निकलकर जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण कर अस्पताल गेट से बाहर निकलते समय वेतन न मिलने से परेशान आशा कार्यकत्री सुभावती देवी ने सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए उनके काफिले के आगे आ गई। जिससे वहां अफरातफरी मच गई। सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह महिला को वाहन के आगे से हटाया।
योगी ने रूककर महिला से बात करने का प्रयास किया लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हे रूकने नहीं दिया गया। हुआ यूं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज आजमगढ़ पहुंचे पुलिस लाइन में हैलीकाप्टर से उतरे और नेहरूहाल में पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद महिला अस्पताल के निरीक्षण के लिए रवाना हुए।
महिला अस्पताल का निरीक्षण कर अस्पताल गेट से बाहर निकलते समय अभी वे बड़ा देव मंदिर के पास पहुंचे थे कि एक आशा कार्यकत्री यह कहते हुए कि छह महीने से वेतन नहीं मिला है जान दे दूंगी और मुख्यमंत्री के काफिले के वाहन के आगे खड़ी हो गई। फिर क्या था डीआईजी से लेकर एसपीजी तक मानो पूरा प्रशासन हाफने लगा।
पुलिस उपमहानिरीक्षक उदयराज जायसवाल और कमाण्डो के जवान वाहनों से कूदकर बाहर निकले और महिला को हटाने का प्रयास किये तो वह उनसे भिड़ गई। एसपीजी के जवान ने महिला के किसी तरह सडक़ से हटाया लेकिन वह फिर सडक़ पर आ गई।
करीब 10 मिनट की उठापटक के बाद किसी तरह महिला को हटाया जा सका। महिला अस्पताल के पास महिला पुलिसकर्मी तैनात नहीं होने के कारण महिला को हटाने में पुलिस को और भी फजीहत झेलनी पड़ी। महिला ने पुलिस पर आपत्तिजनक तरीके से व्यवहार करने का आरोप लगाया है।