जयपुर । कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने कहा है कि नौ से ग्यारह नवम्बर तक जयपुर में आयोजित होने वाले ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट ग्राम का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के किसानों का सशक्तीकरण, उनकी आमदनी को दोगुनी एवं कृषि नवाचारों को प्रदर्शित करना है।
सैनी नई दिल्ली के बीकानेर हाऊस में इस आयोजन के बारे में में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मिशन को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि कृषि से सम्बंधित यह तीन दिवसीय आयोजन देश में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम होगा। उन्होंने बताया कि ग्राम में प्रदेश के सभी राजस्व गांवों से लगभग पचास हजार किसान भाग लेंगे।
इसके अलावा आठ देशों के राजदूत और इजरायल, नीदरलैंड, ऑस्टेलिया,दक्षिण अफ्रीका के कृषि वैज्ञानिक एवं देश विदेश के कृषि विशेषज्ञ भी हिस्सा लेंगे। ग्राम आयोजन के दौरान कृषि के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपए के एमओयू किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इस वैश्विक आयोजन में विश्व स्तरीय बेहतरीन कृषि कार्य पद्धति एवं राजस्थान की कृषि जलवायु के अनुरूप सर्वोत्तम कृषि तकनीक प्रदर्शित की जाएंगी। किसानों को विश्व की उन्नत कृषि तकनीक एवं सम्बद्ध क्षेत्रों के नवाचारों से रूबरू कराने के लिए विशाल प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी। ग्राम के दौरान कुल 20 हजार वर्गमीटर क्षेत्र को प्रदर्शनी एरिया के लिए निर्धारित किया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में किसानों के लिए राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का ही परिणाम है कि हाल ही में नीति आयोग द्वारा की गई रैंङ्क्षकग में भी राजस्थान को कृषक हित में किए गए सुधारों के लिए देश में तीसरा स्थान मिला है। उन्होंने बताया कि राज्य सरसों, इसबगोल, हीना, ग्वार, धनिया, बाजरा, मोटा अनाज, जीरा, अजवायन, सौंफ जैसी फसलों के उत्पादन में देश में अग्रणी है। राज्य में विश्व की 81 प्रतिशत ग्वार उत्पादित की जाती है।