कोटा। राजस्थान के कोटा जिले में रहने वाले दो बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार कोटा में रहने वाले इन बच्चों के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। वहीं कुछ साल पहले इन बच्चों के सर से इनकी मां का भी साया उठ गया। इन बच्चों के मां की भी हत्या कर दी गई। इन बच्चों का नाम सूरज और सलोनी है।
सूरज और सलोनी बड़ी मुश्किल से अपने अपने मां-बाप मौत को सदमे से भूला पाए थे कि उनके सामने एक और चुनौती आ गई। ये बच्चे एक संस्था में रहकर अपना गुजारा कर रहे हैं। इस संस्था ने जब बच्चों के घर का सर्वे करवाया तो एक बक्से से करीब 96 हजार रुपए के पुराने नोटों के रूप में मिले। लेकिन ये रुपए तब मिले जब इनकी अहमियत खत्म हो चुकी है।
क्योंकि देश में नोटबंदी के बाद पुराने नोट चलने से बाहर हो गए हैं और इनको बदलवानें के लिए एक लम्बी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। जब संस्था द्वारा रुपए बदलवाने के लिए आरबीआई गए तो आरबीआई ने नोट बदलने से मना कर दिया। संस्था के अनुसार सूरज और सलोनी के माता-पिता ने ये रकम भविष्य के लिए संजों के रखी थी।
लेकिन उन्हे क्या पता था कि ये रुपए जीते जी तो उनके काम नहीं आएंगे और मरने के बाद भी उनके बच्चें इन रुपयों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। ये नोट अब केवल कागज के टुकड़े बन कर रह गए हैं। इसी के तहत सूरज और सलोनी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर नोट बदलवाने की गुहार लगाई है।
उन्होंने एक पत्र लिखकर पीएम मोदी को भेजा है जिसमें उन्होंने बताया है कि हमारी मां ने मजदूरी कर हमारे लिए जो रकम छोड़ी है उन रुपयों की मेरी छोटी बहन के नाम एफडी करवाएं। जिससे हमारा भविष्य सुरक्षित हो सकें।
संस्था के अनुसार सहरावदा निवासी राजू बंजारा की मौत के बाद उसकी पत्नी पूजा बंजारा की भी वर्ष 2013 में हत्या कर दी गई थी। वारदात के बाद उसके 16 साल के बेटे और 12 साल की बेटी को पुलिस ने एक संस्था में दाखिल करवा दिया।