जयपुर। उदयपुर पुलिस टीम की होशियारी से सविना स्थित शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर उदयपुर से 25 अक्टूबर 16 को चोरी गयी 500 वर्ष पुरानी अष्टधातु की चौबीसी भगवान की मूर्ति, नन्दीश्वर भगवान, दो पद्मावतीजी, पाश्र्वनाथ, वासुपूज्य, नेमीनाथ भगवान की अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी का पर्दाफारश कर मुल्जिमों को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता हासिल की है।
उदयपुर के जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके अलावा चोरों ने भगवान के ऊपर के डेढ किलो वजनी चांदी के तीन छत्र भी चुराकर ले गये थे। उन्होंने बताया कि थाना हाजा पर प्रार्थी देवीलाल पिता स्व. भैंरूलाल जैन उम्र 65 वर्ष निवासी सविना उदयपुर (सेठ समस्त दिगम्बर जैन समाज सविना) ने थाने पर उपस्थित होकर इस संबंध में एक लिखित रिपोर्ट पेष की कि 25 अक्टूबर 16 को सुबह 5.30 बजे उनके निज मन्दिर का दरवाजा भी तोडकर वहां से एवं दान पात्र को तोडकर कुछ नकदी भी चुराकर ले गये है।
उन्होंने बताया कि इस दर्ज प्रकरण के अनुसंधान दौरान जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल सुधीर जोशी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, भगवत सिह हिंगड पुलिस उपअधीक्षक वृत नगर पूर्व उदयपुर के निर्देशन में एक टीम का गठन कर मंदिर में मूर्ति चोरी के पूर्व में चालान शुदा अपराधियों से पूछताछ की गई।
उन्होंने बताया कि अनेक संदिग्धों से पूछताछ के दौरान एक करण उर्फ कन्हैया पिता चतरा मीणा उम्र 20 साल निवासी पाल सैपुर फलां तेजावत थाना सराडा तथा प्रेम लाल पिता कोदराजी मीणा उम्र 25 साल निवासी पाल सैपुर फलां हंगावत थाना सराडा उदयपुर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी हुई 4 बहुमूल्य मूर्तिया बरामद की है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चोरी गई मूर्तियां करीब 500 वर्ष पुरानी हो प्राचीन ऐतिहासिक महत्व की हो अष्टधातु की बनी हुई हैं, चोरी गई लगभग सभी मूर्तियां अभियुक्तों के कब्जे से बरामद कर ली गई। उक्त अभियुक्तों द्वारा घटना के दो दिन पूर्व मन्दिर की रैकी की गई तथा रैकी के दौरान मन्दिर में पुरानी मूर्तियों के संबंध मं पूर्ण जानकारी प्राप्त कर रात्रि में उक्त वारदात को अंजाम दिया।