जैसलमेर। राजस्थान के सीमांत जैसलमेर के संवेदनशील सेना के केन्ट में जवानों ने टैंकों एवं अन्य सामरिक ठिकानों की मोबाईल के जरिये वीडियोग्राफी कर रहे एक संदिग्ध श्रमिक को पकड़ा है।
सेना के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जैसलमेर सेना के केन्ट में आज सुबह सेना की एक आमर्ड वर्कशॉप यूनिट के पास चल रहे निर्माण कार्य के दौरान सजग सेना के जवानों ने एक संदिग्ध श्रमिक को सेना के बी.एम.पी. टैंक तथा अन्य सामरिक क्षेत्रों की स्मार्ट मोबाईल फोन के जरिये विडियोग्राफी करते हुए देखा। जवानों ने श्रमिक के स्मार्टफोन की तलाशी लेने पर उसमें टैंकों की विडियो रिकॉर्डिंग की हुई मिली।
सूत्रों ने बताया कि पकड़े गये श्रमिक ने पूछताछ में अपना नाम अली खान (18) जो उत्तर प्रदेश में मेरठ के पोहली का रहने वाला हैं और उसने यह विडियोग्राफी शोकिया तौर पर की है। लेकिन इस बारे में उससे गहन पूछताछ की जायेगी। सेना ने उसे सदर पुलिस को सौंप दिया गया जहां कल उससे संयुक्त पूछताछ की जायेगी।
पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि जैसलमेर के आर्मी केन्ट, वायुसेना परिसर एवं सीमाई इलाकों में विभिन्न तेल कंपनियों के चल रहे निर्माण कार्यों पर लगे श्रमिकों में से कुछ श्रमिकों के संदिग्ध होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे संदिग्ध लोगों के जरिये सीमाई एवं संवेदनशील सैन्य परिसरों की गोपनीय जानकारी दुश्मन के ऐजेन्टों के पास जाने की पूरी संभावना बनी रहती है।
यादव ने बताया कि इस संभावना के मद्देनजर उन्होंने सेना, वायुसेना, सीमा सुरक्षा बल एवं तेल गैस कंपनियों को पत्र लिखकर निर्माण कार्यों में कार्यरत श्रमिकों एवं कर्मचारियों के नजदीकी पुलिस थाने में वेरिफिकेशन कराने का आग्रह किया है।