जयपुर। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राजस्थान सरकार से चीनी मांझे पर सख्ती से रोक लगाने की मांग की है। मांझे से घायल होने वाले पक्षियों की जान बचाने का संकल्प लेते हुए इस पुनीत कार्य के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में पक्षी सहायता शिविर स्थापित करने का निर्णय लिया है।
राजस्थान जन मंच पक्षी चिकित्सालय में कल यहां सम्पन्न हुई बैठक में राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों से जुटे कार्यकर्ताओं ने यह निर्णय लिया है।
उन्होने एक स्वर में सरकार से मांग की कि केवल चीनी मांझे पर प्रतिबन्ध लगाना मात्र उपचार नहीं है। सरकार को इसके पालन के लिए सख़्त कार्रवाई भी करनी चाहिए। प्रतिनिधियों ने लोगों से सुबह-शाम के समय पतंग न उड़ाने एवं मांझे का उपयोग नहीं करने की अपील की है।
पक्षी चिकित्सालय के संचालक कमल लोचन के अनुसार आठ जनवरी से पशु शिविर कार्य करना आरंभ करेंगे। घायल पक्षियों को उपचार के लिए निकटतम शिविर में लाने के लिए टीम गठित की गई है। मकर संक्रान्ति पर घायल पक्षियों के उपचार के लिए विशेष प्रबंध किये जायेंगे।