जयपुर। औषधीय पौध प्रसंस्करण के क्षेत्र में काम करने के लिए गुरुवार को ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2016 (ग्राम) में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने उमालक्ष्मी आर्गेनिक्स के निदेशक जितेश दवे को कृषि क्षेत्र में नवाचार के लिए पुरस्कार दिया। दवे को शाल ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उमालक्ष्मी आर्गेनिक्स पिछले 15 वर्षों से 3 देशो मे ंऔषधीय पौध प्रसंस्करण के क्षेत्र में काम करते हुए राजस्थान के लोगों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध करवा रही है।
2000 रुपए के नोट लेकर इधर-उधर घूमते रहे है लोग, खुल्ले पैसे बाजार से गायब!
करोड़ों रूपए के टर्न ओवर वाली यह कंपनी राजस्थान के किसानों को औषधीय पौधों के विपणन के लिए बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध करवा रही है। यह किसानों को यूएसएफडीए, ईयू, एचएसीसीपी मानक वाले बेहतर क्षमता वाले आयातित कृषि उपकरण भी उपलब्ध करवा रही है। उमालक्ष्मी आर्गेनिक्स् खुद एक तरह की दुर्लभ ईकाई है, जो कृषि और औषधीय पौधे की वृहद क्षमता वाला ईकाई है। यह किसान और 400 किसानों तक के समूह को कंपनी से जुड़ने की जानकारी उपलब्ध करवाती है।
श्रुति हासन ने डॉक्टर से मिली जान से मारने की धमकी के बाद कराई शिकायत दर्ज
कंपनी किसान को अपने उत्पाद की खरीद और सुरक्षा की गारंटी देती है। इस तरह किसान खुद को सुरक्षित महसूस करता है। उमालक्ष्मी आर्गेनिक्स किसानों का जीवन स्तर उपर उठाने के लिए भी प्रयास कर रही है। कंपनी ने उन मरूस्थलीय इलाकों में जहां पानी की कमी रहती है,वहां 10 लाख रूपए खर्च करके पानी के टैंक बनवाए हैं और चार कन्या स्कूल खुलवाकर वहां कार्यरत कर्मचारियों का वेतन भी दे रही है, जिससे किसानों के परिवारों को शिक्षा मिल सके।