मेरठ, उत्तर प्रदेश
इस देश में फतवा और फरमान सुनाने पर कोई पाबंदी नहीं है। जो चाहे जब चाहे फतवा और फरमान सुना सकता है। यहां तक की कानून भी इन स्वघोषित शहंशाहों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता।
अब मेरठ के एक स्कूल ऋषभ एकेडमी को ही ले लीजिए। इस स्कूल ने अपने छात्रों को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह बाल कटवाने का आदेश सुनाया है।
और तो और छात्रों को टिफिन बॉक्स में अंडा, आमलेट और मांस लाने पर भी सख्त मनाही है। इन आदेशों की अवहेलना करने वालों को स्कूल से निकाल देने की धमकी दी गई है।
इस आदेस को लेकर स्कूल में पढ़ने वाले अल्पसंख्यक बच्चों के अभिभावकों ने हंगामा करते हुए आरोप लगाया है कि शिक्षा जैसे मौलिक अधिकार पर भी भगवा रंग चढ़ाने की कोशिश की जा रही है।
अभिभावकों का कहना है कि यह स्कूल की तानाशाही है और बच्चों को उनकी पसन्द का खाना लाने पर रोक लगाकर खाने पीने की आजादी जैसे उनके मौलिक अधिकार से उन्हें वंचित किया जा रहा है।
अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रबंधन विशेष वर्ग के बच्चों को निशाना बनाते हुए दाखिला नहीं देना चाहता और इसी वजह से प्रतिबंध के ऐसे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
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