अजमेर। अजमेर अरबन को-आपरेटिव बैंक के जमाकर्ताओं को छह वर्ष बाद उनके खाते में जमा राशि का भुगतान मिलने लग गया।
रिजर्व बैंक द्वारा 2011 में बैंक के काम काज पर रोक लगाई गयी, तभी से जमाकर्ता अपनी जमा राशि नहीं निकाल पा रहे थे। जमाकर्ताओं की संघर्ष
समिति ने करीब छह साल तक अपने जमा पैसों के लिए संघर्ष किया। आज बैंक परिसर के बाहर आयोजित समारोह में कुल 31.86 लाख के चैक
वितरित किये गये। प्रत्येक जमाकर्ता को एक लाख का चैक यूकों बैंक के माध्यम से दिया गया।
समारोह मे सांसद सांवर लाल जाट ,राज्यसभा सांसद भूपेन्द्र सिंह यादव, सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक, शिक्षा मंत्री प्रो. वासूदेव देवानी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। इस मौके पर सांसद भेपेन्द्र सिंह यादव तथा सहकारिता मंत्री क्लिक ने कहा कि जमाकर्ताओं का नुकसान नहीं होने दिया जायेगा तथा उन्हें पूरी जमा राशि मिलेगी।
बैंक के प्रबंध निदेशक शंकर भोले ने बताया कि बैंक में 76 करोड की राशि जमा है। वर्ष 1923 में स्थापित बैंक पर रिजर्व बैंक की रोक के आदेश के बाद बैंक पर ताला लगा हुआ है। बैंक की देनदारियां भी काफी है, लेकिन रिजर्व बैंक ने जमाकर्ताओं को रकम दिलाने के लिये आदेश दे दिया।