भरतपुर। राजस्थान में धौलपुर के बाड़ी में विभिन्न मांगों को लेकर पिछले सात दिनों से जारी धरने एवं प्रदर्शन में हस्तक्षेप नहीं करने के लिए अदालत ने पुलिस को पाबन्द किया है।
बाडी के अतिरिक्त जिला एवं सैशन न्यायाधीश जितेंद्र सिंह गुलिया ने इस मामले में एसडीएम तथा थाना प्रभारी को पाबंद करने के आदेश दिए है। अदालत ने छात्रों के परीक्षा परिणाम को नकल करने की शक पर रोकने को भी गम्भीरता से लिया है और इस मामले में अलग से कार्रवाई के लिए कहा है।
छात्र संघ अध्यक्ष और एनएसयूआई के नेतृत्व में किए जा रहे विद्यार्थीयो के धरने एवं प्रदर्शन को लेकर आज छात्र नेताओं ने अदालत उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था कि पुलिस प्रशासन के अधिकारी जबरन उनके आंदोलन को खत्म कराना चाहते है और उन्हें मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जा रही है। इस पर अदालत ने पुलिस प्रशासन को पाबंद किया कि शिक्षण व्यवस्थाओं को लेकर शांतिपूर्वक धरने पर बैठकर आंदोलन कर रहे राजकीय महाविद्यालय के छात्रों को जबरन धरने से न तो हटाया जाए न परेशान किया जाए।
उधर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि उनकी मांगों पर कोई आश्वासन नहीं मिलता है तो वे बाड़ी में ही आमरण अनशन शुरु कर देंगे।