जयपुर। राजधानी जयपुर सहित पूरे प्रदेश में चल रही डॉक्टरों की हड़ताल गुरुवार देर रात खत्म हुई। अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर गए डॉक्टर करीब 48 घंटे तक काम बंद रखा। वहीं गुरुवार को कुछ मांगों पर सहमति मिलने के बाद आखिरकार वह काम पर वापस लौट आए। जानकारी के अनुसार दो दिन प्रदेश के बड़े अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था ठप रही।
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धर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। इस दौरान जयपुर में कई मरीजों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा। जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज के अफसरों को लेक्चरर बनाने के विरोध में डॉक्टर्स ने हड़ताल कर दी थी। करीब दो दिन चली इस हड़ताल के बाद गुरुवार शाम को चिकित्सा मंत्री कालिचरण सराफ से बातचीत के बाद डॉक्टरों ने करीब आधी रात के बाद हड़ताल वापस ले ली और शुक्रवार सुबह से अपने काम पर लौट आए।
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एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.यूएस अग्रवाल ने बताया कि चिकित्सा मंत्री से बातचीत के बाद गुरुवार रात से डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त कर दी है। उन्होंने बताया कि चिकित्सा मंत्री कालिचरण सराफ से वार्ता के दौरान उन्होंने यह माना कि मेडिकल कॉलेजों के अफसरों को लेक्चरर बनाने का आदेश सिर्फ नए मेडिकल कॉलेजों पर ही लागू होगा।
चिकित्सा मंत्री कालिचरण सराफ ने यह भी बताया कि डॉक्टरों की यह हड़ताल गलतफहमी को लेकर हुई है। उन्होंने डॉक्टर्स से बात कर उन्हे हड़ताल खत्म करने के लिए कहा।
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