जयपुर। सरकार द्वारा चलाए जा रही तमाम योजनाओं और जागरुकता कार्यकर्मों के बाद भी कुछ लोगों को अभी तक बेटी की अहमियत का पता नहीं चला सका है। सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी आज भी लोग बेटियों को सिर्फ एक बोझ मानते हैं। राजधानी में फिर से मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है।
जानकारी के अनुसार चौमूं के हड़ौता गांव में रविवार रात को एक कलयुगी मां और उसके साथ आए कुछ लोगों ने एक जिंदा बच्ची को दफनाने का प्रयास किया है। जानकारी के अनुसार ये लोग रविवार रात को एक गाड़ी से आए और एक नवजात बच्ची को जिंदा दफनाकर वहां से फरार हो गए।
कुछ देर बात जब ग्रामीणों ने बच्ची की रोने की आवाज सुनी तो वें मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक सभी आरोपी वहां बच्ची को छोडक़र फरार हो गए थे। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को अपने कब्जे में लेकर उसे जयपुर स्थित जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया।
जहां बच्ची की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नवजात करीब 24 घंटे पहले ही जन्मी है। पुलिस ने आशंका जताई है कि किसी कलयुगी मां ने अपने कुकर्मों को छुपाने के लिए बच्ची को फेंकने का काम किया है। पुलिस ने बताया कि रविवार रात करीब 11 बजे ग्रामीणों ने बच्ची की सूचना दी थी।
इस पर मौके पर पहुंचे और तो वहां देखा कि बच्ची लावारिश हालत में पड़ी हुई है और उसके पास एक छोटा सा गड्ढा बना हुआ है। पुलिस ने आशंका जताई है कि ये आरोपी बच्ची को दफनाने के लिए यहां आए थे।
लेकिन जब ग्रामीणों को इसकी भनक लगी तो आरोपी वहां बच्ची को छोडक़र फरार हो गए। पुलिस ने भी बच्ची को अपने कब्जे में लेकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने अरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।