जयपुर। राजस्थान के कोटा जिले में बन रहे मुकन्दरा बाघ सरंक्षण 2018 तक बन कर तैयार हो जाएगा। जानकारी के अनुसार राजस्थान के वन मंत्री गजेन्द्र सिंह खिवसर ने बताया है कि कोटा जिले में मुकन्दरा बाघ सरंक्षण क्षेत्र 31 दिसंबर 2018 तक बन कर तैयार हो जाएगा तथा जिसके कारण इस परियोजना के विस्थापितों को राज्य सरकार आकर्षक पैकेज देने की तैयारी कर रही है।
राज्य विधानसभा में सोमवार को संदीप शर्मा के सवाल के जबाब में उन्होंने बताया कि मुकन्दरा वन क्षेत्र में करीब 14 गांव आते हैं जिनमें से दो गांवों को विस्थापित करने का आंशिक कार्य पूरा हो चुका तथा दो और गांवों को विस्थापित करने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन गांवों के विस्थापितों के लिए राज्य सरकार नया आकर्षक पैकेज तैयार कर रही है और इस पैकेज के आने के बाद गांव वाले स्वयं ही गांव छोडऩे के लिए तैयार हो जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इन लोगों को जहां विस्थापित किया जाएगा वहां महंगी एवं अच्छी जमीन देने के साथ ही स्कूल सडक़, अस्पताल आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि वन संरक्षण क्षेत्रों से विस्थापितों के लिए पैकेज का निर्धारण वर्ष 2002 एवं 2008 में किया गया था जो आज की परिस्थितियों को देखते हुए काफी पुराना हो गया है।
इसलिए सरकार नया पैकेज लाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि इस वर्षाकाल के दौरान मुकन्दरा में पहले घास के मैदान तैयार किए जाएंगे तथा वहां चित्तल भेजने का काम किया जाएगा। इसके बाद मुकन्दरा में बाघों को बसाया जाएगा। खिवसर ने बताया कि इस वन क्षेत्र के विकास के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा जारी सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा और मानव जीवन को खतरा एवं अतिक्रमण वाले संवेदनशील क्षेत्रों में चारदीवारी एवं फैंसिग का कार्य कराया जाएगा।
वार्ता