जयपुर। ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम) के तीसरे और आखिरी दिन आज पशुपालन, पशु चिकित्सा और डेयरी की जाजम (चौपाल) पर किसानों का जमघट बढ़ा तथा राज्य सरकार के तीन मंत्रियों ने किसानों की समस्याओं को हल करने की कोशिश की।
जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि किसानों को पशुपालन के साथ उनके खानपान, आहार प्रबंधन, नस्ल सुधार को भी ध्यान में रखें तो अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। जाजम में आए जलसंसाधन मंत्री डॉ रामप्रताप ने डूंगरपुर के राजावत भसह के गिर नस्ल में दुध की गुणवत्ता संबंधी प्रश्न पर कहा कि वैज्ञानिकों को उच्च गुणवत्ता वाली गाय की नस्ल विकसित करनी चाहिए जिससे प्रति लीटर दूध की मात्रा को बढ़ाया जा सकें। उन्होंने कहा कि शुद्व देशी गाय का दूध स्वास्थ्य के लिए सौ प्रतिशत लाभदायक होता है।
सहकारिता राज्य मंत्री अजय भसह किलक ने कहा कि राज्य में 36 भूमि विकास बैंक है जो 13 साल के लिए सात प्रतिशत ब्याज की दर से किसानों को ऋण उपलब्ध करवा रहे है। इस जाजम में विशेषज्ञों द्वारा राजस्थान में घोड़ो का आहार प्रबंधन, मारवाड़ी घोड़ो में नस्ल सुधार के लिए प्रजनन की रणनीति, घोड़ो का वैज्ञानिक रखरखाव एवं प्रबंधन, घोड़ो के मुख्य रोग एवं उनका उपचार प्रबंधन, टिकाऊ मुर्गीपालन फार्मिग प्रबंधन, मुर्गीपालन में विविधिकरण की आवश्यकता, जानवरों का टीकाकरण, दुग्ध प्रबंधन, पोषण एवं स्वास्थ्य रक्षा सहित कई विषयों पर चर्चा की तथा काश्तकारों को इस संबंध में जानकारी दी गई। विभिन्न अंचलों से आए किसानों ने पशुओं का बीमा, ऊंटो को उचित सुविधाएं उपलब्ध करवाना, दुध का उचित मूल्य नहीं मिल पाने संबंधी प्रश्न किए।