जयपुर। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाचन्द कटारिया ने कहा है कि प्रदेश में जनभावना के विरूध शराब की दुकानें नहीं खोली जाएगी। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि जहां लोग शराब की दुकानों का विरोध कर रहे है ऐसे इलाकों में भी मतदान के जरिए शराब की दुकानें बंद कराई जाएगी।
विधानसभा में गुरुवार को शून्यकाल के दौरान सुखराम विश्नोई द्वारा प्रदेश में शराब बंदी के उठाए मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए कटारिया ने कहा कि आबकारी नीति में प्रावधान है कि ग्राम पंचायत कलेक्टर से शराब दुकान बंद करने की मांग कर सकती है और कलेक्टर वहां मतदान करा कर निर्णय करता है।
उन्होंने बताया कि यदि 51 प्रतिशत मतदान दुकान बंद करने के लिए हो जाता है तो वहां शराब दुकान को बंद कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि राजसमंद एवं जयपुर जिलों में जनता मतदान के माध्यम से दो दूकाने बंद भी करा चुकी है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में शराबबंदी को लेकर एक कमेटी गठित की गई थी और इस कमेटी के 15 सुझावों को आबाकारी नीति में शामिल किया गया है। उन्होंने इस बात को लेकर भी दुख जताया कि यह दुर्भाग्य की बात है कि शराब बंदी पर भाषण देने वाले स्वयं ही शराब का उपयोग करते है।
वार्ता