लुधियाना। पंजाब के लुधियाना शहर के एक आटो चालक ने अपनी दो नाबालिग बेटियों को नहर में फेंक दिया जिनमें से एक की मौत हो गई जबकि एक बच्ची डूबने से बच गई। पुलिस के अतिरिक्त उपायुक्त सुरेन्द्र लांबा ने पत्रकारों को बताया कि जिंदा बची लडक़ी ने पूछताछ में बताया कि उसके माता-पिता ने उन्हें सिधवा नहर में हाथ पांव बांधकर फेंका था।
उसकी छोटी बहन की मौत हो गई जबकि होश में आने के कारण वह बच गई। उन्होंने बताया कि लडक़ी के बयान पर उसके पिता उदी चंद और मां लक्ष्मी के खिलाफ जान से मारने के लिए जहर देकर बेहोश करने का मामला दर्ज किया है। लक्ष्मी को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन पिता फरार है। ज्योति का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वहीं इलाका मजिस्ट्रेट इंसान सिंह ने जीवित बच्ची प्रीति के बयान लेकर उसे नारी निकेतन जालंधर भेज दिया। पीड़ति लडक़ी ने बताया कि उसके माता-पिता दोनों बेटियों पर शक करते थे तथा उनकी पिटाई भी करते थे। दोनों बहनों को 27 फरवरी की रात को करीब 11.30 बजे उसके पिता ने नशीली वस्तु खाने में दे दी और उसके बाद दोनों को नहर में डाल दिया।
उसे होश आने पर बड़ी मुश्किल से पानी से बाहर आ सकी। वहां से गुजर रहे लोगों ने उसकी चीख पुकार सुनकर उसे अस्पताल पहुंचाया। महिला को गुरुवार को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर ले लिया गया है। वहीं पुलिस आरोपी पिता की तलाश में जुटी है।
वार्ता