जयपुर। आज से नगर निगम मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति व्यवस्था पर रोष प्रकट करते हुए जयपुर नगर निगम के कर्मचारी संगठन की अध्यक्ष कोमल यादव ने कहा कि मेयर को कर्मचारी नहीं बंधुआ मजूदर चाहिए।
जयपुर नगर निगम मुख्यालय में आज से कर्मचारियों को बायोमीट्रिक मशीन से हाजिरी लगानी होगी। लेकिन कर्मचारियों की ओर से विरोध के चलते यह नई व्यवस्था पहले ही दिन चरमराती हुई नजर आयी। अधिकांश निगम कर्मचारियों ने बायोमेट्रिक मशीन के बजाय रजिस्टर में ही हाजिरी लगाई।
इस संबंध में पिछले सप्ताह कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त आयुक्त हरसहाय मीणा को आपत्ति भी दर्ज कराई थी लेकिन बात नहीं बनी। निगम प्रशासन ने साफ कह दिया कि मेयर निगम मुख्यालय में अनुशासनात्मक उठाया गया यह कदम पिछे नहीं लिया जाएगा।
उधर, कर्मचारियों ने भी साफ संकेत दिए है कि उनकी ओर से बायोमीट्रिक मशीन का बहिष्कार जारी रखा जाएगा और रजिस्टर पर ही अपनी हाजिरी की जाएगी।
क्यों की जा रही है बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी...
निगम में कर्मचारियों का समय सुबह 9.30 बजे आने का है लेकिन हाल ही मेयर के दौरे पर पाया कि अधिकांश कर्मचारी 10 बजे तक भी कार्यालय में नहीं पहुंचे थे। उधर, यह शिकायत भी है कि ऑफिस से जाने का समय शाम साढ़े पांच बजे होने के बावजूद वे जल्दी अपनी सीट छोडक़र चले जाते हैं।
इन जगहों पर भी बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी
बायोमीट्रिक मशीन से हाजिरी की व्यवस्था नगर निगम के अलावा राजधानी स्थित जेडीए, सचिवालय सहित सरकारी दफ्तरों में भी लागू है। ऐसे में नगर निगम में बायोमीट्रिक मशीन से हाजरी करने की व्यवस्था का कर्मचारियों का विरोध जल्द ही समाप्त होने और नियम का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई का कदम उठाया जा सकता है।