जयपुर। राजस्थान के सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया कि प्रदेश के सभी उन्नतीस जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक एवं शीर्ष बैंक केपिटल टू रिस्क एसेट रेश्यो (सीआरएआर) के मामले में नाबार्ड के मापदण्ड़ों पर खरे उतरे हैं।
किलक ने बताया कि राज्य की सभी केन्द्रीय सहकारी बैंकों ने गत 31 मार्च समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए सीआरएआर के नौ प्रतिशत के लक्ष्य को प्राप्त करते हुए उससे अधिक सीआरएआर को बनाए रखा है। उन्होंने बताया कि नाबार्ड ने गत 31 मार्च को समाप्त हुए वर्ष के लिए नौ प्रतिशत सीआरएआर निर्धारित की थी, जबकि 31 मार्च, 2016 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए सात प्रतिशत सीआरएआर निर्धारित थी।
विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने बताया कि भरतपुर केन्द्रीय सहकारी बैंक का सीआरएआर 9.29 प्रतिशत रहा, जबकि जोधपुर केन्द्रीय सहकारी बैंक का सीआरएआर 15.64 प्रतिशत के साथ सर्वाधिक रहा है। दस प्रतिशत से उपर सीआरएआर के लक्ष्य को प्राप्त करने वाले 18 बैंकों में अलवर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौडग़ढ़, दौसा, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जालौर,झालावाड़, झुंझुनूं, पाली, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही एवं जोधपुर हैं।
जबकि नौ से दस प्रतिशत के बीच में सीआरएआर प्राप्त करने वाले ग्यारह बैंकों में अजमेर, बारां, भरतपुर, बीकानेर, चुरू, डूंगरपुर, कोटा, नागौर, श्रीगंगानगर, टोंक और उदयपुर केन्द्रीय सहकारी बैंक शामिल हैं। -(एजेंसी)