जयपुर। विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेशाध्यक्ष नरपत सिंह शेखावत ने हाल ही में मेट्रो लाईन डालने के दौरान बडी संख्या में मंदिरों को हटाने पर सरकार को आडे हाथ लेते हुए कहा है कि विकास के नाम पर मंदिरों को हटाना और मस्जिद और मजारों को बचाना तुष्टिकरण की नीति है।
शेखावत ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि सरकार को किसी धर्म विशेष का पक्ष नहीं लेकर समान कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बडी संख्या में मंदिर तोडने से सरकार की कार्रवाई निष्पक्ष नहीं लगती।
उन्होंने राजस्थान सरकार के गोसंरक्षण के लिए किए जा रहे कामों की तारीफ करते हुए कहा कि जब से सरकार बनी है, तब से इस दिशा में अच्छे प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में गठित मंत्री मंडलीय उपसमिति ने इस दिशा में काफी प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि गोरक्षा से जुड़े संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ विचार विमर्श कर प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके लागू होने पर गायों और गौशालाओं की आर्थिक स्थिति हमेशा के लिए ठीक हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि सात नवम्बर को गोपाष्टमी के अवसर पर विहिप की ओर से प्रदेशभर में गोपूजन के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही गोरक्षा आंदोलन में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सुराज संकल्प पत्र में की गई गोसंरक्षण से संबंधित घोषणाओं को अमल में लाने के लिए गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में एक मंत्री मंडलीय उपसमिति बनाई है। इसमें पशुपालन मंत्री प्रभुलाल सैनी और सहाकारिता मंत्री अजय सिंह किलक को भी शामिल किया गया है।
सांसद सुमेधानंद सरस्वती को भी बैठकों सुझाव के लिए बुलाया जाता है। समिति गोसंवर्धन और गौशालाओं का काम देखने वाले लोगों के साथ विचार विमर्श करके एक रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। इसके बाद सरकार प्रदेश में गोचर भूमि, गौशालाओं के लिए अनुदान, गोसंवर्धन और गो आधारित आयुर्वेद और हर्बल के लिए नियम बनाएगी।