जयपुर। आप जानते है कि आज हर कोई बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को लेकर चिंतित है। सरकारें ही क्या प्रत्येक इंसान यह सोचने पर मजबूर हो रहा है कि ऐसे ही चलता रहा हो आगे क्या होगा। ऐसे में पर्यावरण को बचाने का एक अनूठा प्रयास मंगलवार को जयपुर में देखने को मिला जो सभी के लिए एक उदाहरण है।
मंगलवार को जयपुर के विधाधर नगर वार्ड 9 के मोक्षधाम में शव का अंतिम संस्कार लकड़ी की जगह गोबर से बनी लकडिय़ों से किया गया। यह परम्परा कई वर्षो पूर्व थी जो समय के साथ लुप्त हो गई थी। लेकिन मंगलवार को वह पुन: जीवित हो उठी। गाय के गोबर से बनी लकड़ी से पर्यावरण को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है।
जब मोक्षधाम में मंगलवार को एक दिवंगत को अंतिम संस्कार के लिये उसके परिजन लेकर आए। वहां मौजूद लोगों ने जब परिजनों को समझाया तो वह तैयार हो गए। अगर सभी लोग ऐसा करने लगे तो पेड़ों को बचाया जा सकता है।
एक अंतिम संस्कार में कम से कम दो पेड़ों की लकड़ी का उपयोग होता है। अगर सभी लोग गाय के गोबर की लकड़ी का उपयोग करें तो पेड़ों के साथ ही गायों को भी बचाया जा सकता है।