धौलपुर। धौलपुर उपचुनाव एक बार फिर सुखिऱ्यों में आ गया है। बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशी के नामांकन भरने के बाद पूर्व डकैत जगन गुर्जर भी उपचुनाव में कूद पड़े है। पूर्व डकैत जगन ने सोमवार को अपनी पत्नी ममता का नामांकन भरवाया। इसी के साथ ही भाजपा के लिए साख का सवाल बन चुकी यह हॉट सीट मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुआ है।
कौन है डकैत जगन गुर्जर
डकैती की दुनिया में 15 साल तक आतंक का पर्याय रहे जगन गुर्जर ने वर्ष 1994 में कदम रखा था। चंबल की बीहड़ों में जगन ने खुद की गैंग बनाई जिसमें उसकी पत्नी ममता गुर्जर और उसके 4 भाई भी शामिल हुए। एक वक्त ऐसा भी था जब जगन गुर्जर के नाम की तूती बोलती थी और डर के मारे वहां के लोग शादियां नहीं करते थे।
चंबल के बीहड़ों से निकले इस डकैत पर सरकार ने उस वक्त 11 लाख का इनाम रखा हुआ था। जगन गुर्जर पर राजस्थान, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश समेत देश के कई थानों में लगभग 72 मामले दर्ज हुए। इनमें सबसे ज्यादा 24 से अधिक हत्या के मामले थे। जगन गुर्जर हाल ही में 69वें मामले में बरी हए हैं।
जगन गुर्जर ने वर्ष 2009 में कांग्रेस नेता सचिन पायलट की मौजूदगी में करौली पुलिस के समक्ष अपनी गैंग के 25 सदस्यों के साथ आत्म समर्पण किया था। जगन ने अपने भाई की बेटी को गोद ले रखा था और वर्ष 2010 में बेटी के हाथ पीले करने के बाद अपराध की दुनिया से तौबा कर ली थी।
भाजपा और कांग्रेस में मची खलबली
बता दें धौलपुर में गुर्जर वोटों को देखते ममता गुर्जर के नामांकन दाखिल करने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों मुख्य दलों में खलबली मच गई। भाजपा और कांग्रेस इस चुनाव में अपनी पूरी जोर आजमाइश में लगी है वहीं गुर्जर वोटों में अब गुर्जर प्रत्याशी का रोल अहम हो जाएगा। भाजपा ने नरेश कुशवाहा हत्याकांड में सजा काट रहे बीएल कुशवाहा की पत्नी शोभा रानी को अपना प्रत्याशी बनाया है वहीं कांग्रेस की ओर से बनवारी लाल ने नामांकन दाखिल किया है।
सूत्रोंं की माने तो जगन गुर्जर के मैदान में कूदने के बाद भाजपा की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। गुर्जर जाति के वोट जगन की पत्नी की ओर जाने से ध्रविकरण हो सकता है। वहीं कांग्रेस ने भी इस मौके को भुनाने की तैयारी कर ली है। अब देखना यह है कि क्या जगन गुर्जर बीजेपी और कांग्रेस को टक्कर दें पाएंगे या नहीं।