कानपुर। नोटबंदी के फैसले से देश की जनता पूरी तरह त्रस्त है। किसी को राशन नहीं मिल रहा है तो किसी को समय से इलाज नहीं मिल रहा है। नोटबंदी के चलते देश में जो भी मौतें हुई हैं, उनके जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। सोमवार को कानपुर में आयोजित कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा में शामिल होने आईं शीला दीक्षित ने यह बात कही। शीला ने कहा कि मोदी ने बिना तैयारी के 500 व 1000 रुपये के नोट बंद करने का तुगलकी फरमान सुना दिया, जिससे देश की 95 फीसदी जनता भूखी-प्यासी बैंकों पर लाइन लगने को मजबूर है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम भी काले धन के खिलाफ हैं, लेकिन उसके लिए पूरी तैयारी होनी चाहिए। काले धन वाले संख्या की दृष्टि से एक या दो प्रतिशत होंगे। ऐसे लोगों की कारस्तानी की सजा देश की सवा सौ करोड़ जनता को देना कतई ठीक नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश की जनता अपने रुपये के लिए दिनभर बैंकों के बाहर खड़ी है और इससे कई लोगों की मौतें भी हो रही हैं। किसी का चूल्हा नहीं जल पा रहा है, तो किसी को रुपयों के आभाव में इलाज नहीं मिल रहा है। देश में अब तक 90 से अधिक लोग नोटबंदी के चलते अपनी जान गंवा बैठे हैं।’’
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार, शीला ने कहा, ‘‘क्या प्रधानमंत्री बताएंगे कि इनका क्या दोष था और मौतों का जिम्मेदार कौन है?’’ दीक्षित ने कहा, ‘‘कालाधन का चुनावी वायदा जुमला बन गया और अब अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए नोटबंदी का फरमान सुना दिया।’’ शीला ने कहा, ‘‘हम लोग जनआक्रोश यात्रा कर जनता को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि नोटबंदी का फैसला गलत है। जनता का सहयोग पार्टी को बराबर मिल रहा है और आगामी विधानसभा चुनाव में जनता इस तुगलकी फरमान का जवाब देने को तैयार है।’’