भोपाल। मध्यप्रदेश की निलंबित दलित महिला भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी शशि कर्णावत अपना हक पाने के लिए अनशन कर रही हैं। उनके अनशन का गुरुवार को तीसरा दिन था। कर्णावत ने गुरुवार को बताया कि राज्य सरकार की ओर से उन्हें बर्खास्त करने का 16 नवंबर को नेाटिस जारी किया गया है, मगर उन्होंने अपना हक पाने के लिए संघर्ष करने का दिन बाबा साहब अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस (6 दिसंबर) को चुना, वे इसी दिन से अपने घर में अनशन पर बैठी हैं। उनका यह अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता।
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उन्होने कहा, नोटिस आने के बाद उनकी ओर से राज्य शासन से दस्तावेज मांगे हैं, ताकि वे उनके आधार पर अपना पक्ष रख सकें, मगर उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा है। सरकार नेाटिस पर नोटिस तेा जारी करती है, मगर जवाब के लिए मांगे जा रहे दस्तावेज नहीं देती। इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने 120 दिन की निलंबन अवधि बढ़ाने का भी आदेश जारी किया है। ज्ञात हो कि मंडला में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रहते हुए, छपाई कार्य में हुई गड़बड़ी के मामले में उन्हें निलंबित किया गया था। उसके बाद अब उन्हें बर्खास्त किए जाने का नोटिस दिया गया है।
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